Haldwani Violence: उत्तराखंड के हल्द्वानी में एक अवैध मदरसा गिराए जाने के बाद भड़की हिंसा को चार दिन बीत चुके हैं. प्रशासन की कड़ाई का असर देखने को मिल रहा है, क्योंकि धीरे-धीरे शहर में हालात सामान्य होने लगे हैं. इस मामले में अब तक 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. हल्द्वानी में 8 फरवरी को हिंसा हुई थी, जिसमें 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए, जबकि छह लोगों की मौत हुई. ऐसे में आइए जानते हैं कि शहर के ताजा हालात क्या हैं.



  • हल्द्वानी में हुई हिंसा में पिछले 24 घंटों में पुलिस ने 25 और लोगों को गिरफ्तार किया है. इस तरह हिंसा में अब तक 30 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. पुलिस ने बताया है कि ज्यादातर आरोपियों की गिरफ्तारी नैनीताल जिले में हुई है. आरोपियों के पास अवैध हथियार और कारतूस भी बरामद हुए हैं. 

  • समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, हल्द्वानी हिंसा का मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक रविवार (11 फरवरी) को गिरफ्तार किया गया है. दिल्ली से गिरफ्तारी के बाद उसे हल्द्वानी लाया जा रहा है. मलिक ने ही शहर के बनभूलपुरा इलाके में अवैध मदरसा और नमाज स्थल का निर्माण कराया था, जिसे ढहाने पर हिंसा भड़की थी. 

  • मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया है कि हिंसा में शामिल दंगाइयों के खिलाफ पुलिस का एक्शन जारी है. उन्होंने स्पष्ट किया है कि कोई आरोपी कितनी भी रसूख वाला क्यों न हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा. नुकसान की भरपाई भी उनसे ही होगी. सीएम ने कहा है कि राज्य में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई जारी रहने वाली है. 

  • हल्द्वानी हिंसा वाले इलाके बनभूलपुरा में जरूरी सेवाएं बहाल हो गई हैं. बनभूलपुरा को छोड़कर बाकी इलाकों में पहले ही कर्फ्यू हटा लिया गया था. बलभूलपुरा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, दवा की दुकानें और सभी जरूरत का सामान मुहैया कराने वाली दुकानें एक बार फिर से खुल गई हैं. 

  • हिंसा के बाद प्रशासन ने हल्द्वानी में इंटरनेट बैन कर दिया था. हालांकि, हिंसा के चार दिन बाद एक बार फिर इंटरनेट सेवाएं बहाल हो गई हैं. प्रशासन ने इंटरनेट बहाल करने के साथ चेतावनी दी है कि सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक सौहार्द और कानून-व्यवस्था बिगाड़ने पर कार्रवाई की जाएगी. 

  • भले ही हल्द्वानी में हालात सामान्य हो रहे हैं, लेकिन प्रशासन कोई रिस्क नहीं ले रहा है. राज्य सरकार ने केंद्र से केंद्रीय बलों की मांग की है. गृह मंत्रालय से केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 100-100 जवानों वाली चार कंपनियों की मांग की गई है. हिंसा प्रभावित बनभूलपुरा में अभी 1000 सुरक्षाकर्मी तैनात हैं. 

  • उत्तराखंड कांग्रेस नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री धामी से मुलाकात की है. कांग्रेस नेताओं की अगुवाई नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने की. उन्होंने हिंसा की निष्पक्ष जांच की मांग की है. सीएम ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि कुमाऊं आयुक्त को घटना की मजिस्ट्रेट जांच कराने के आदेश दिए गए हैं. 

  • जमीयत उलेमा-ए-हिंद और जमात-ए-इस्लामी हिंद के प्रतिनिधियों का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को हल्द्वानी पहुंचा. जमीयत प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने हिंसा के बाद पुलिस की कार्रवाई की निंदा की. उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल के दौरे के बाद जो रिपोर्ट सौंपी गई है, वो बेहद दर्दनाक है. 

  • मौलाना अरशद मदनी ने कहा है कि हिंसा के बाद पुलिस ने क्रूरता और दुर्व्यवहार की सभी सीमाएं तोड़कर रख दीं. पुलिसकर्मी दरवाजे तोड़कर और घरों में जबरन घुसकर लोगों को गिरफ्तार कर रहे हैं. पुरुषों और महिलाओं दोनों को पुलिस परेशान कर रही है. 

  • जमीयत के दूसरे धड़े के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक चिट्ठी लिखी है. इसमें हल्द्वानी में हुई हिंसा के बाद पैदा हुए हालात को लेकर चिंता व्यक्त की गई है. 


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