'अगर कोई कानून हाथ में लेगा तो धामी सरकार निपटने में सक्षम', हल्द्वानी हिंसा पर गिरिराज सिंह का बड़ा बयान
हल्द्वानी में हिंसा में अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है. 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. प्रशासन का कहना है कि हल्द्वानी में प्लानिंग के तहत हिंसा हुई है.
Giriraj Singh on Haldwani Riots: उत्तराखंड का हल्द्वानी हिंसा की आग में जल रहा है. यहां अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई पर लोगों का गुस्सा भड़क गया. इसके बाद क्षेत्र में हिंसा को काबू करने के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं. हल्द्वानी हिंसा पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी अपनी प्रतिकिया दी है. उन्होंने कहा कि अगर कोई कानून हाथ में लेगा तो उससे निपटने की तैयारी भी सरकार ने कर ली है.
गिरिराज सिंह ने कहा, "किसी को भी अपने हाथ में कानून लेना का अधिकार नहीं है चाहे धार्मिक स्थिति हो या कोई और कारण हो. उत्तराखंड में अगर कोई कानून हाथ में लेगा तो धामी सरकार ने उससे निपटने की तैयारी भी कर ली है.''
अवैध अतिक्रण हटाने के दौरान भड़की थी हिंसा
बता दें कि हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में गुरुवार (8 फरवरी) को नगर निगम ने जेसीबी मशीन लगाकर अवैध रूप से बने एक मदरसा व नमाज स्थल को ध्वस्त कर दिया था. इसके बाद क्षेत्र में हिंसा भड़क गई थी. दंगाइयों ने पुलिस और प्रशासन की टीम पर पथराव शुरू कर दिया था.
#WATCH पटना (बिहार): हल्द्वानी हिंसा पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, "किसी को भी अपने हाथ में कानून लेना का अधिकार नहीं है चाहे धार्मिक स्थिति हो या कोई और कारण हो। उत्तराखंड में उत्तराखंड की सरकार सक्षम है, अगर कोई कानून हाथ में लेगा तो उससे निपटने की तैयारी भी सरकार ने… pic.twitter.com/3umLCHRbXu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 9, 2024
60 से अधिक लोग हुए हैं घायल
इसके बाद अराजक तत्वों ने सरकारी गाड़ियों, रोडवेज बसों और निजी गाड़ियों में भी आग लगा दी. कुछ लोगों ने ट्रांसफॉर्मर में भी आग लगा दी. कई दुकानें भी जलाई गईं. दंगाइयों के हमले में करीब 60 लोगों के घायल होने की खबर है. इनमें से अधिकतर पुलिस और नगरपालिका कर्मचारी हैं.
इलाके में कर्फ्यू है लागू
हालात बिगड़ते देख सीएम ने आला आधिकारियों संग गुरुवार को बैठक की. इसके बाद हलद्वानी में कर्फ्यू लागू कर दिया गया. इलाके में दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं. सुरक्षा के लिए इलाके में केंद्रीय बलों की 4 अतिरिक्त कंपनियां तैनात कर दी गईं हैं.
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