नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तर प्रदेश कांगेस के लिए घोषणापत्र समेत सात कमेटियों का गठन किया है. इन कमेटियों में जितिन प्रसाद और राज बब्बर जैसे नेताओं का नाम नदारद है. दरअसल कांग्रेस में सुधार के मुद्दे पर पिछले दिनों पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को जिन 23 वरिष्ठ नेताओं ने चिट्ठी लिखी थी, उनमें जितिन और राज बब्बर भी शामिल थे. दिलचस्प यह है कि जहां यूपी की कमिटियों में चिट्ठी लिखने वाले जितिन और बब्बर का नाम नहीं है, वहीं इस चिट्ठी गुट के अगुआ गुलाम नबी आजाद पर कार्रवाई की मांग करने वाले नेताओं को कमेटी में जगह मिली है.


रविवार को कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के लिए घोषणापत्र समिति, आउटरीच समिति, सदस्यता समिति, कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति, प्रशिक्षण समिति, पंचायत चुनाव समिति और मीडिया समिति का एलान किया.


इन समितियों में प्रमोद तिवारी, सलमान खुर्शीद, पीएल पुनिया जैसे बड़े नेताओं का नाम तो है, लेकिन जितिन प्रसाद और राज बब्बर का नाम नहीं है. कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों को 'चिट्ठी गुट' में शामिल होने का खमियाजा भुगतना पड़ा है. हालांकि इन समितियों में आरपीएन सिंह और राजीव शुक्ला जैसे वरिष्ठ नेताओं का नाम भी नहीं है. लेकिन इन नेताओं ने यूपी की राजनीति से खुद को दूर रखा हुआ है. राज बब्बर भी यूपी में सक्रिय नहीं हैं. लेकिन जितिन प्रसाद पिछले कई महीनों से ब्राह्मणों के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश सरकार को घेरते रहे हैं. बावजूद इसके उनका यूपी की समितियों में ना होना चर्चा का विषय है.


हालांकि यूपी कांग्रेस से जुड़े एक उच्च सूत्र के मुताबिक समितियों को इस नजरिए से देखना सही नहीं होगा और भविष्य में और भी समितियां बनेंगी जिनमें जितिन प्रसाद को उचित जगह जरूर मिलेगी.


आपको बता दें कि मनमोहन सिंह सरकार में राज्य मंत्री रह चुके जितिन प्रसाद कांग्रेस वर्किंग कमिटी के विशेष आमंत्रित सदस्य हैं. लेकिन यूपी कांग्रेस की राजनीति में उन्हें उपेक्षा का सामना करना पड़ रहा है.


रोचक यह है कि चिट्ठी गुट के नेता गुलाम नबी आजाद पर कार्रवाई की मांग करने वाले पूर्व प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री को प्रशिक्षण समिति में रखा गया है तो कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति में नसीब पठान का नाम है.


घोषणापत्र समिति में सलमान खुर्शीद, पीएल पुनिया, आराधना मिश्रा, सुप्रिया श्रीनेत, विवेक बंसल, अमिताभ दुबे को जगह मिली है. विधानसभा चुनाव से डेढ़ साल पहले ही घोषणापत्र कमिटी का एलान पार्टी गंभीरता दिखाता है. यूपी कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक बड़े पैमाने पर लोगों की राय लेकर कांग्रेस घोषणापत्र तैयार करेगी और चुनाव से कुछ महीने पहले ही इसे जारी भी कर दिया जाएगा.


दूसरी पार्टी के नेताओं को कांग्रेस में शामिल कराने के लिए आउटरीच कमिटी बनाई गई है. इसमें प्रमोद तिवारी, प्रदीप जैन आदित्य, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, इमरान मसूद समेत छह नेता हैं. सूत्रों का दावा है कि आने वाले दिनों में दूसरी पार्टियों के कई नेता कांग्रेस में शामिल होंगे. वहीं वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी को मीडिया समिति सलाहकार समिति में रखा गया है.


कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश की प्रभारी हैं. सूत्रों के मुताबिक जल्द ही वह लखनऊ पहुंच कर योगी सरकार के खिलाफ बिगुल फूंकेंगी.