नई दिल्ली: जब कभी भी आप सोने-चांदी के आभूषण खरीदने जाते हैं तो जेहन में यही ख्याल रहता है कि कहीं यह नकली तो नहीं है या फिर जितने कैरेट की कीमत आपने चुकाई है असल में सोना-चांदी उतनी गुणवत्ता का है भी या नहीं. लेकिन, अब नए साल के आगाज के साथ आपकी यह दुविधा दूर हो जाएगी. केंद्र सरकार 1 जनवरी 2020 से सोने-चांदी के आभूषणों की अनिवार्य हॉलमार्किंग करने जा रही है. यानि, 1 जनवरी 2020 से देश में सिर्फ हॉलमार्किंग वाले सोने-चांदी के आभूषण ही बिकेंगे.
कंज्यूमर अफेयर मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, ''1 जनवरी 2020 से देश में सोने चांदी की ज्वैलरी की अनिवार्य हॉलमार्किंग को मंजूरी दे दी गई है. इस संबंध में जल्द ही नोटिफिकेशन जारी हो जाएगा.'' सूत्रों का कहना है कि 5 श्रेणियों के लिए सरकार अनिवार्य हॉलमार्किंग करने जा रही है. 14, 16, 18, 20 और 22 कैरेट की ज्वैलरी की हॉलमार्किंग को सरकार अनिवार्य करने जा रही है. इसके लिए मंत्रालय ग्राहकों को जागरुक करने के लिए कैंपेन भी चलाएगी.
जिससे ग्राहकों को हॉलमार्किंग वाले आभूषण खरीदने के लिए प्रेरित किया जाएगा. सूत्रों का कहना है कि देश भर में 1 जनवरी से हॉलमार्किंग अनिवार्य करने के लिए तकरीबन 500 नए एसेसिंग सेंटर खोले जाएंगे. जहां पर आभूषण विक्रेता इनकी हॉलमार्किंग करवा सकेंगे. फिलहाल, देश भर में 700 से ज्यादा एसेसिंग सेंटर मौजूद हैं.
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ग्रामीण इलाकों को मिलेगा एक साल का अतिरिक्त समय-
सूत्रों का कहना है कि शुरुआत में पूरे देश में एसेसिंग सेंटर खोलना मुमकिन नहीं होगा. इसलिए, दूरदराज और ग्रामीण इलाकों को एक साल का अतिरिक्त समय दिया जाएगा. यानि, इन इलाकों में 2021 से ही हॉलमार्किंग वाले आभूषण अनिवार्य रूप से मिलेंगे. सूत्रों का कहना है कि इस दौरान इन इलाकों के ज्वैलर्स पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की जाएगी.
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