कहानी हमीदा बानो की: 20 साल पहले परिवार से बिछड़ीं, सोशल मीडिया ने अपनों से मिलाया
सत्तर वर्षीय महिला अभी पाकिस्तान के हैदराबाद शहर में रह रही हैं. महिला ने दुबई में घरेलू सहायिका के रूप में काम करने के लिए शहर को छोड़ा था लेकिन उसके बाद वह पड़ोसी देश पहुंच गईं.
![कहानी हमीदा बानो की: 20 साल पहले परिवार से बिछड़ीं, सोशल मीडिया ने अपनों से मिलाया Hamida Bano Separated from family 20 years ago met loved ones through social media ann कहानी हमीदा बानो की: 20 साल पहले परिवार से बिछड़ीं, सोशल मीडिया ने अपनों से मिलाया](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/08/04/1b21b65200204e46a6fc1f468cf458cb1659637031_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
आज हम आपको मुंबई की कुर्ला की रहने वाली हमीदा बानो की कहानी बताने जा रहे हैं जो आज से ठीक 20 साल पहले अपने परिवार वालों से बिछड़ गई थी. अब 20 साल बाद पाकिस्तान के एक सामाजिक कार्यकर्ता ने सोशल मीडिया के जरिए हमीदा बानो को उनके परिवार वालों से मिलने बुलाया है. अब परिवार वाले केंद्र सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि जल्द से जल्द हमीदा बानो की वतन वापसी कराई जाए.
पाकिस्तान में वजीउल्ला मारूफ नाम के सामाजिक कार्यकर्ता ने हमीदा बानो (लापता महिला) से मुलाकात की. महिला ने उनको बताया कि कैसे मुंबई में एक एजेंट ने 20 साल पहले दुबई में काम दिलाने का वादा करके उसे धोखा दिया.
पाकिस्तान के किस शहर में रह रही हैं महिला?
सत्तर वर्षीय महिला अभी पाकिस्तान के हैदराबाद शहर में रह रही हैं. महिला ने दुबई में घरेलू सहायिका के रूप में काम करने के लिए शहर को छोड़ा था लेकिन उसके बाद वह पड़ोसी देश पहुंच गईं. महिला ने लापता होने के बाद से पहली बार सोशल मीडिया के जरिए उपनगरीय कुर्ला में रहने वाले अपने परिवार के साथ बात की है.
महिला के परिवार के अनुसार, पाकिस्तान में एक वजीउल्ला मारूफ नाम के सामाजिक कार्यकर्ता ने हमीदा बानो (लापता महिला) से मुलाकात की. महिला ने उन्हें बताया कि कैसे मुंबई में एक एजेंट ने 20 साल पहले दुबई में काम दिलाने का वादा करके उसे धोखा दिया और वह इसके (दुबई के) बजाय पड़ोसी देश (पाकिस्तान) में पहुंच गईं.
पाकिस्तान के सामाजिक कार्यकर्ता की मदद से हुई बात
हमीदा बानो को लेकर ये भी जानकारी मिली है कि पाकिस्तान पहुंचने के कुछ दिन बाद ही उनकी शादी पाकिस्तानी व्यक्ति से करा दी गई. लेकिन कुछ साल बाद ही उनके पति की मौत हो गई. मारूफ ने महिला की कहानी सुनकर और उनके वापस अपने घर जाने की तड़प देखकर उन्होंने उनके वीडियो को अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया. उन्होंने मुबंई में किसी सामाजिक कार्यकर्ता की भी तलाश शुरू कर दी जो उनकी मदद कर सके. अंत में उस कार्यकर्ता को खफ्लान शेख मिल गया.
Maharashtra Cabinet Expansion: महाराष्ट्र कैबिनेट का कल होने वाला संभावित विस्तार टला, जानें वजह?
Parliament Session 2022: नेशनल हेराल्ड मामले पर दोनों सदनों में हंगामा, नहीं के बराबर हुआ कामकाज
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)