हनुमान जयंती 2022 पर भोपाल में जुलूस निकालने की इजाजत, राज ठाकरे मुंबई में करेंगे हनुमान चालीसा का पाठ
महाराष्ट्र में अजान को लेकर लाउडस्पीकर से शुरू हुआ विवाद अब धीरे-धीरे देशभर में फैल रहा है. जगह-जगह अजान के खिलाफ हनुमान जयंती पर लाउडस्पीकर से हनुमान चालीस पाठ करने की बात कही जा रही है.
Loudspeaker Controversy: लाउडस्पीकर और अजान को लेकर विवादों में आए महाराष्ट्र नव-निर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे शनिवार को हनुमान जयंती 2022 के अवसर पर पुणे के एक कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस दौरान वे हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे. तो वहीं दूसरी तरफ शिवराज सरकार ने हनुमान जयंती 2022 के उपलक्ष्य में भोपाल में जुलूस निकालने की इजाजत दे दी है. इस दौरान करीब 600 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा.
राज ठाकरे ने बढ़ाया विवाद
यानी महाराष्ट्र में अजान को लेकर लाउडस्पीकर से शुरू हुआ विवाद अब धीरे-धीरे देशभर में फैल रहा है. जगह-जगह अजान के खिलाफ हनुमान जयंती 2022 पर लाउडस्पीकर से हनुमान चालीस पाठ करने की बात कही जा रही है. यह विवाद तब शुरू हुआ जब महाराष्ट्र में राज ठाकरे ने 3 मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतारने का अल्टीमेटम तक सरकार को दे दिया. इसके बाद देशभर में इसको लेकर विवाद चल रहा है. अलीगढ़ में तो लाउडस्पीकर पर तो हनुमान चालीसा का पाठ शुरू भी कर दिया गया है.
हनुमान जयंती 2022 पर जुलूस
भोपाल में हनुमान जयंती के मौके पर यानि 16 अप्रैल को पुराने शहर के इतवारा-बुधवारा से जुलूस निकालने की अनुमति पुलिस ने दे दी है. बुधवार को शहर काजी ने कहा था कि हिंदू संगठन इन इलाकों से जुलूस निकालने की चेतावनी दे रहे हैं. यह इलाके संकरे और संवेदनशील हैं, जिससे वर्ग विशेष में भय और बेचैनी का माहौल है. रमजान का पवित्र महीना चल रहा है.
बता दें कि बुधवार को खरगोन दंगे को लेकर भोपाल के शहर काजी मुश्ताक अली नदवी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से मिलकर ज्ञापन सौंपा था. भोपाल में हनुमान जयंती के जुलूस निकालने को लेकर प्रशासन हाई अलर्ट पर है. वहीं आज कुछ शर्तें लागू की गई है. जिसके मुताबिक कोई भी समिति प्रशासन की अनुमति के बिना जुलूस नहीं निकाल सकेगी.
वहीं जुलूस निकालने वाले आयोजकों को पुलिस की 16 शर्तों को पालन करना होगा. बता दें कि पुराने शहर के इतवारा-बुधवारा बेहद संवेदनशील इलाके हैं. यहां कुछ नियमों के तहत जुलूस निकालने की अनुमति प्रशासन ने दी है. जैसा कि किसी दूसरे धर्म-संप्रदाय के लोगों को ठेस पहुंचाने वाले आपत्तिजनक नारे, बैनर-पोस्टर नहीं लगाए जाएंगे. अव्यवस्था होने पर आयोजक को जिम्मेदार माना जाएगा. इसके लिए उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
डीजे पर बजने वाले गानों की देनी होगी लिस्ट
इसके साथ ही जुलूस के दौरान डीजे पर बजने वाले गानों की लिस्ट देनी होगी. जुलूस में त्रिशूल-गदा को छोड़कर किसी तरह के हथियार साथ नहीं रखेंगे. आयोजक पुलिस के साथ जुलूस में आगे चलेंगे. वहीं जुलूस के दौरान 600 पुलिसकर्मी तैनात होंगे, ड्रोन से मॉनिटरिंग होगी. बता दें कि बुधवार को खरगोन दंगे को लेकर भोपाल के शहर काजी मुश्ताक अली नदवी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से मिलकर ज्ञापन सौंपा था.