Hanuman Chalisa Controversy : हनुमान चालीसा विवाद में अब महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार भी कूद पड़े हैं. उन्होंने सीएम उद्धव ठाकरे के निवास मातोश्री के सामने लाउड स्पीकर पर हनुमान चालीसा पढ़ने का चैलेंज करने वाली सांसद नवनीत राणा और उनके पति को लेकर बयान दिया है.


डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहा, अगर आपको हनुमान चालीसा पढ़नी है तो अपने घर पर ही हनुमान चालीसा का पाठ करें. इसके लिए क्या आपके पास अपना घर नहीं है. उन्होंने राणा दंपति पर हमला जारी रखते हुए कहा, कई लोग हनुमान चालीसा का नाम लेकर माहौल खराब करने की कोशिश में लगे हैं. 


बता दें कि निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की बात कही थी, जिससे शिवसेना के कार्यकर्ता बेहद आक्रोशित हो गए थे और उन्होंने दम्पति के आवास के आगे विरोध प्रदर्शन किया था. इस मामले में मुंबई पुलिस ने राणा दंपत्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी और बाद में उसमें राजद्रोह का आरोप भी जोड़ दिया. रविवार को मुंबई की एक अदालत ने राणा दंपति को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. इसके बाद रविवार देर रात अमरावती से सांसद नवनीत राणा को भायखला महिला कारावास ले जाया गया था.


 






सीएम ठाकरे ने हनुमान चालीसा विवाद में साधा विपक्ष पर निशाना
आपको बता दें कि नवनीत राणा के ऐलान के बाद महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने जवाब दिया है. सीएम ठाकरे ने कहा, शिवसेना प्रमुख बाला साहब ने हमें सिखाया है कि दादागिरी को कैसे तोड़ा जाता है. सीएम ने कहा, 'मैं जल्द से जल्द एक जनसभा आयोजित करना चाहता हूं. मैं इन फर्जी हिंदू समर्थक कार्यकर्ताओं से बात करना चाहता हूं. मेरी कमीज से तुम्हारी कमीज भगवा कैसे है? मैं जल्द ही एक बैठक करूंगा, मैं इनका मुखौटा उतारूंगा.' ठाकरे ने कहा, 'कहा जा रहा है कि हमने हिंदुत्व की अनदेखी की है. हिंदुत्व धोती है या क्या है? हमारा हिंदुत्व भगवान हनुमान के गदा की तरह 'गदाधारी' है. 


ठाकरे ने आगे कहा, यदि आप हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहते हैं, तो कॉल करें और घर आएं. लेकिन अगर आप 'दादागिरी' का सहारा लेते हैं तो हम जानते हैं कि इसे कैसे तोड़ना है.' ठाकरे ने कहा, 'हमारे कार्यकर्ताओं को घंटाधारी से हिंदुत्व नहीं सीखना है. हम गदाधारी हिन्दू हैं. घंटाधारी हिन्दू नहीं चाहिए.' उन्होंने कहा कि हनुमान चालीसा का पाठ करने का तरीका होता है. कुछ लोगों के पास काम नहीं है. 


सत्ता गंवाने के बाद कुछ लोग चिंतित हो रहे हैंः शरद पवार
वहीं इसके पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी हनुमान चालीसा विवाद में एंट्री मारी थी उन्होंने कहा था, सार्वजनिक रूप से धार्मिक भावनाओं को प्रदर्शित करने की कोई आवश्यकता नहीं है. पवार ने साथ ही राज्य में विपक्षी दल बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता गंवाने के बाद कुछ लोग चिंतित हो रहे हैं. शरद पवार ने पत्रकारों से कहा कि यह अच्छी बात है कि राज्य सरकार ने धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाने का फैसला किया है और यदि बैठक से कुछ अच्छा निकलता है तो वह बहुत खुश होंगे.


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