Hanuman Jayanti 2023: रामनवमी पर हुई हिंसक घटनाओं के बाद सरकार हनुमान जयंती को लेकर सतर्क है. बुधवार (5 अप्रैल) को केंद्र ने सभी राज्यों को हनुमान जयंती के अवसर पर कानून-व्यवस्था एवं शांति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. कलकत्ता हाई कोर्ट (Calcutta High Court) ने भी पश्चिम बंगाल (West Bengal) सरकार को केंद्रीय बलों की तैनाती की अपील करने का निर्देश दिया. जानिए हनुमान जयंती की तैयारियों से जुड़ी बड़ी बातें. 


1. रामनवमी के दौरान देश के कई हिस्सों में हिंसा हुई थी. पश्चिम बंगाल और बिहार में हुई सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं में वाहनों में आगजनी भी की गई थी. इसी के मद्देनजर केंद्र ने सभी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को छह अप्रैल को हनुमान जयंती के अवसर पर कानून-व्यवस्था एवं शांति सुनिश्चित करने और समाज में सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करने की आशंका वाले कारकों पर नजर रखने का निर्देश दिया.


2. गृह मंत्री के कार्यालय ने ट्वीट किया कि राज्य और केंद्रशासित प्रदेश की सरकारों को कानून-व्यवस्था बनाए रखने, त्योहार के दौरान शांति कायम रखने और समाज में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की आशंका वाले हर प्रकार के कारक पर नजर रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.  


3. कलकत्ता हाई कोर्ट ने भी पश्चिम बंगाल सरकार को हनुमान जयंती समारोहों के दौरान शांति बनाए रखने में राज्य पुलिस की मदद के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती की अपील करने का निर्देश दिया. अदालत ने कहा कि हाल के दिनों में हुई घटनाओं को देखते हुए आम जनता को ये आश्वासन देने के लिए आदेश दिया जा रहा है कि वे सुरक्षित हैं और किसी तरह की पेरशानी का उन्हें सामना नहीं करना पड़ेगा.


4. कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश टी. एस. शिवगणनम की अध्यक्षता वाली एक खंडपीठ ने कहा कि इलाज से परहेज बेहतर है. कोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार को निर्देश दिया कि बृहस्पतिवार को हनुमान जयंती की रैलियों के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती की अपील की जाए. अदालत ने केंद्र को राज्य से अनुरोध प्राप्त होने पर ऐसी तैनाती के लिए त्वरित व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया. कोर्ट ने ये आदेश पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी की ओर से दायर जनहित याचिका पर सुनाया.


5. कोर्ट के आदेशों का पालन करते हुए बंगाल में हनुमान जयंती पर केंद्रीय बलों की 3 कंपनियां तैनात की जाएंगी. कोलकाता, हुगली, बैरकपुर में सेना की 3 कंपनियां तैनात करने का फैसला किया गया. जुलूस में 100 से अधिक लोगों को शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी. राज्य सरकार ने संवेदनशील इलाकों में धारा 144 लगाने का फैसला किया है. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में ये निर्णय लिए गए.


6. इसी बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से हनुमान जयंती शांतिपूर्ण तरीके से मनाने का अनुरोध किया ताकि कहीं भी कोई समस्या न हो. उन्होंने कहा कि कल हनुमान जयंती है. मैं सभी से इसे शांतिपूर्वक मनाने का आग्रह करती हूं. अगर शांति बनाए रखी जाए तो कोई समस्या नहीं होगी. बंगाल शांति की भूमि है. धर्म एक व्यक्तिगत पसंद है जबकि उत्सव सभी के लिए हैं. 


7. देश की राजधानी दिल्ली की पुलिस भी हनुमान जयंती को लेकर सतर्क है. पुलिस ने बुधवार को दिल्ली के जहांगीरपुरी में फ्लैग मार्च निकाला. इसके अलावा पुलिस ने विश्व हिंदू परिषद और एक अन्य समूह को हनुमान जयंती पर जहांगीरपुरी में जुलूस निकालने के लिए अनुमति देने से मना कर दिया. दिल्ली पुलिस ने एएनआई को बताया कि विहिप और एक अन्य समूह ने हनुमान जयंती के लिए जुलूस निकालने की अनुमति मांगी थी, लेकिन कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए आयोजकों को अनुमति देने से इनकार कर दिया गया.


8. गौरतलब है कि रामनवमी के दिन शोभायात्राओं के दौरान देश के कई राज्यों में हिंसक घटनाएं सामने आई थी. पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, यूपी, बिहार में पथराव और आगजनी की गई थी. पश्चिम बंगाल के हुगली और हावड़ा जिलों में झड़प, आगजनी और बमबारी की घटनाएं हुई हैं. इन घटनाओं के दौरान हावड़ा में कई वाहनों को आग लगा दी गई थी और कई दुकानों में तोड़फोड़ की गई थी.


9. पश्चिम बंगाल के रिषड़ा कस्बे में रविवार को रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान झड़प हुई थी. इस शोभायात्रा में बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष और पुरसुरा से पार्टी के विधायक बिमान घोष मौजूद थे. हिंसा में विधायक घायल हो गए थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा पर मंगलवार को राज्य सरकार से एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी.


10. बिहार के सासाराम और बिहारशरीफ कस्बों में भी 30 और 31 मार्च को सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी. जिसके बाद वाहनों, घरों और दुकानों को आग लगा दी गई थी और कई लोग इसमें घायल हो गए थे. इस मामले में अब तक 170 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इन घटनाओं को लेकर चिंता जताई थी और बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से स्थिति का जायजा लेने को कहा था. गृह मंत्रालय ने स्थिति से निपटने में राज्य प्रशासन की सहायता के लिए बिहार में अतिरिक्त अर्धसैनिक बल भी भेजे थे.  


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