Happy Birthday Venkaiah Naidu: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का जन्मदिन आज, छात्र जीवन से की राजनीति की शुरुआत, इमरजेंसी के दौरान जेल भी गए
महामहिम उपराष्ट्रपति आज 72 साल के हो गए. छात्र नेता से देश के उपराष्ट्रपति पद तक पहुंचने का उनका सफर बेहद रोमांचक है.
Venkaiah Naidu Birthday: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू आज 72 साल के हो गए हैं. उनके 72वें जन्मदिन के मौके पर देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत कई जानी-माननी हस्तियों ने उन्हें बधाई दी है. राष्ट्रपति ने अपने शुभकामना संदेश में लिखा है, उपराष्ट्रपति श्री एम वेंकैया नायडू जी को उनके जन्मदिन पर बधाई और शुभकामनाएं. ईश्वर आपको सुखी, स्वस्थ एवं लंबी आयु दें ताकि आप राष्ट्र की सेवा में समर्पित रहें.
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर उन्हें वधाई दी है. उन्होंने ट्वीट किया है- उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू जी के जन्मदिन पर उन्हें हार्दिक वधाई. उपराष्ट्रपति जी का ज्ञान और अनुभव हमारी प्रेरणा का निरंतर स्रोत है. ईश्वर उन्हें उत्तम स्वास्थ्य एवं लंबी आयु प्रदान करें. उपराष्ट्रपति के जन्मदिन पर धर्मेंद्र प्रधान, मुख्तार अब्बास नकवी समेत कई केंद्रीय मंत्रियों ने भी शुभकामनाएं दी है.
छात्र जीवन से ही जुझारू
वेंकैया नायडू का जन्म 1 जुलाई 1949 को चावतापलेम में हुआ था. उस समय यह मद्रास राज्य में स्थिति था. आज यह आंध्र प्रदेश में है. उपराष्ट्रपति अपने छात्र जीवन से ही जुझारू थे. यही से उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की. नायडू राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में स्वयंसेवक थे और अपने कॉलेज के दिनों में एबीवीपी में शामिल हो गए थे.
उन्हें आंध्र विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों के छात्र संघ के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था. वह 1972 के जय आंध्र आंदोलन में अपनी प्रमुख भूमिका के लिए सुर्खियों में आए. 1974 में आंध्रप्रदेश में जयप्रकाश नारायण छात्र संघर्ष समिति की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई के संयोजक रहे. इमरजेंसी में उन्हें जेल में डाल दिया गया था.
आंध्र के सबसे लोकप्रिय नेता
नायडू 1978 और 1983 में नेल्लोर जिले के उदयगिरि निर्वाचन क्षेत्र से दो बार आंध्र प्रदेश विधान सभा के लिए विधायक के रूप में चुने गए. वह आंध्र प्रदेश में भाजपा के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से एक बन गए. इसके बाद वे केंद्र की राजनीति में आए और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा. वे दो बार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने और 1999 प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार में ग्रामीण विकास के लिए केंद्रीय कैबिनेट मंत्री बने. उपराष्ट्रपति बनने से पहले वे मोदी सरकार में संसदीय कार्य मंत्री थे.
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