नई दिल्ली:  देश के अलावा दुनिया दुनियाभर में भी नए साल का शानदार स्वागत किया गया. दुनिया की अलग अलग जगहों पर नए साल के नए रंग दिखे. सबसे पहले न्यूजीलैंड से नए साल का आगाज हुआ. न्यूजीलैंड के ऑकलैंड शहर में लोगों ने शानदार तरीके से नए साल का जश्न मनाया.


दुनिया भर में लोगों ने अपने अपने तरीके से नए साल को सेलिब्रेट कर रहे हैं. कुछ लोग हिल स्टेशंस में नए साल को सैलिब्रेट कर रहे हैं, तो कुछ लोगों ने जश्न मनाने के लिए पब और डिस्कोका रुख किया है.


दिल्ली में जो स्थान सीएए का विरोधस्थल हुआ करते थे, वे आज नए साल के जश्न स्थल बन गए. इसके साथ ही दिल्लीवासियों ने रेस्तराओं, पबों, मॉल और अन्य स्थानों पर जोरदार ढंग से नए साल का स्वागत किया और पुराने साल को विदाई दी. इस अवसर पर पुलिस ने सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए.


नए साल के मौके पर भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए दिल्ली मेट्रो ने राजीव चौक स्टेशन पर एंट्री और एग्जिट को बंद कर दिया था. दिल्ली यातायात पुलिस ने कनॉट प्लेस और उसके आसपास के क्षेत्रों में रात आठ बजे के बाद विशेष पाबंदी लगायी थी. कनॉट प्लेस के इनर, मुड और आउटर सर्किल में वाहनों को जाने की इजाजत नहीं थी. कनॉट प्लेस में कुछ लोग अपने हाथों में वुवुजुला (सुरीली आवाज निकालने वाला एक प्रकार का यंत्र) लेकर घूम रहे थे और मस्ती कर रहे थे.


साकेत के सलेक्ट सिटी वाक मॉल, नेहरू प्लेस, खान मार्केट, राजौरी गार्डन और कनॉट प्लेस समेत शहर में विभिन्न महत्वपूर्ण बाजारों और लोकप्रिय पार्टी स्थलों पर नए साल का जश्न मनाते हुए लोगों की अच्छी खासी भीड़ नजर आयी.



मॉल रोड शिमला


मुंबई की मरीन ड्राइव और गेटवे ऑफ इंडिया पर भी नए साल की खूब धूम रही. कोलकाता में भी नए साल का स्वागत धूमधाम से किया गया. नए साल के जश्न में जगह जगह पर लोग नाचते और गाते नजर आए. दक्षिण के शहर चेन्नई में लोगों ने जश्न के साथ नए साल का स्वागत किया.



गेटवे ऑफ इंडिया मुंबई



छत्रपति शिवाजी टर्मिनसमुंबई


न्यूजीलैंड के पड़ोसी मुल्क ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में भी बेहद रंगीन तरीके से नए साल का इस्तकबाल किया गया. भारी संख्या में लोग यहां जश्न मनाने आए और नाच गाने के साथ एक दुसरे के साथ खुशियां बांटते नजर आए.



जापान में न्यू ईयर मनाने इकट्ठा हुए लोग


4000 साल पुरानी है न्यू ईयर मनाने की परंपरा


जानकारी के मुताबिक न्यू ईयर मनाने की परंपरा करीब 4000 साल पुरानी बताई जाती है. कहा जाता है कि सबसे पहले नया साल 21 मार्च को बेबीलोन में मनाया गया. ये वो समय था जब रोम के तानाशाह जूलियस सीजर ने ईसा पूर्व 45वें वर्ष में जूलियन कैलेंडर की स्थापना की, उस समय विश्व में पहली बार 1 जनवरी को नए वर्ष का जश्न मनाया गया. हालांकि कुछ समय बाद इस कैलेंडर में कुछ खामियों की वजह से पोप ग्रेगारी ग्रेगेरियन कैलेंडर लेकर आए जो कि जूलियन कैलेंडर का ही रूपांतरण है.