New Year Celebration at LoC: नए साल की पूर्व संध्‍या पर लोग जश्‍न में डूबे रहे. रव‍िवार (31 द‍िसंबर) की आधी रात से नए साल की शुरुआत होने के साथ इसकी धूम पाक‍िस्‍तान बॉर्डर से लगी न‍ियंत्रण रेखा पर भी देखी गई. भारतीय सेना के जवानों ने स्‍थानीय लोगों के साथ म‍िलकर एलओसी से सटे गांवोंं में उत्‍सव मनाया. देर रात न‍ियंत्रण रेखा पोस्‍ट की सुरक्षा और गश्‍त पर लौटने से पहले जवानों ने स्‍थानीय लोगों के साथ गर्म चाय की चुस्‍की ली. साथ ही भोजन और डांस क‍िया. सभी लोगों को नववर्ष की शुभकामनाएं भी दीं.    
 
जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के उरी सेक्टर (Uri sector) में एलओसी के पास बसे चुरुंडा गांव में रविवार को कड़ाके की ठंड के दौरान करीब 4 बजे न्‍यू ईयर सेल‍िब्रेशन की शुरुआत हुई. उत्सव के दौरान, सेना और ग्रामीणों ने एक-दूसरे को आश्वस्त किया कि वे सुख-दुख में एक साथ हैं. जब भी नागरिकों को कोई समस्या का सामना करना होता है तो सेना सबसे पहले आगे आती है. 


'समस्‍या के समय मदद को सबसे पहले आती है सेना' 


स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता लाल हसन कोहली ने कहा क‍ि जरूरत के समय में नागरिक सैनिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हुए हैं. नए साल का जश्न कार्यक्रम सेना की ओर से ही आयोजित किया गया था. मैं इसके लिए सेना को बधाई देता हूं और धन्यवाद देता हूं. उन्होंने कहा, ''जब भी हमें किसी कठिनाई का सामना करना पड़ता है तो सबसे कठिन समय में सेना हमारी मदद के लिए आती है. 


'सेना की वजह से प्रवेश नहीं कर पाता दुश्मन' 


कोहली ने कहा कि दुश्मन को हमारे क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने देने के लिए स्थानीय लोग सेना के आभारी हैं. हम सभी महत्वपूर्ण दिन सेना के साथ मनाते हैं. गणतंत्र दिवस नजदीक है और फिर अगस्त में हमारा स्वतंत्रता दिवस है. सैनिक गांव में होने वाली शादी समारोह में भी श‍िरकत करते हैं. हम भाइयों की तरह रहते हैं. उन्होंने कहा क‍ि सेना के साथ हमारा गहरा रिश्ता है और प्रार्थना करते हैं कि यह मजबूत रहे.  .


'घर से दूर रहने वाले सैनिकों को म‍िलता है जश्न का मौका' 


गांव के सरपंच लाल दीन खटाना ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से समस्याओं को दूर करने और आनंद लेने में मदद मिलती है. हम नियंत्रण रेखा (Line of Control) पर जीरो प्वाइंट पर सेना के साथ मिलकर नए साल का जश्न मनाते हैं. यह बहुत अच्छा कार्यक्रम है और हम कामना करते हैं कि यह परंपरा भविष्य में भी बरकरार रहे. घर से दूर रहने वाले सैनिकों को जश्न मनाने का मौका मिलता है. 


स्थानीय स्कूल के शिक्षक जहांगीर लतीफ ने एलओसी पर शांतिपूर्ण क्षेत्र 2023 सुनिश्चित करने के लिए सेना के प्रत‍ि आभार जताया. उन्‍होंने उम्मीद जताई कि 2024 शांतिपूर्ण होगा और हम सभी सद्भाव से रहेंगे.  


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