समय बीत जाने से महिलाएं भूल नहीं जाती हैं शोषण की घटनाएं, पुराने मामले में भी दर्ज हो FIR: मेनका
#MeToo मूवमेंट पर केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी ने बड़ा बयान दिया है. मेनका गांधी ने कहा कि किसी भी तरह के सेक्सुअल ऑफेंस चाहे वह कितने भी साल (10 या 15 साल )पुराने क्यों न हो FIR दर्ज होना चाहिए.
नई दिल्ली: #MeToo मूवमेंट पर केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी ने बड़ा बयान दिया है. मेनका गांधी ने कहा कि किसी भी तरह के सेक्सुअल ऑफेंस चाहे वह कितने भी साल (10 या 15 साल )पुराने क्यों न हो शिकायत दर्ज होना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैंने इस संबंध में कानून मंत्रालय को पत्र लिखा है कि वो इस तरह के प्रावधान करें जिससे पुराने मामले में भी आसानी से शिकायत दर्ज की जा सके. मेनका गांधी ने कहा कि समय बीत जाने से महिलाएं अपने साथ हुई दुर्व्यवहार को नहीं भूल जाती हैं इसलिए हमने कानून मंत्रालय को लिखा है कि कितने भी पुराने मामले क्यों न हो उसकी एफआईआर दर्ज होनी चाहिए.
Now a Me Too campaign has started&I'm very happy that it has started. I hope it won't go out of control in the sense that we target people who've offended us in some way. But I think women are responsible&anger at sexual molestation never goes away: Union Minister Maneka Gandhi pic.twitter.com/JKbp0UE2KY
— ANI (@ANI) October 8, 2018
महिलाओं को सक्षम बनाने के लिए सरकार ने उठाए कई कदम
केन्द्रीय महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा है कि वह बहुत खुश हैं कि देश में #MeToo मूवमेंट शुरू हुई है. उन्होंने इस पर खुशी जताते हुए यह भी कहा कि इसके सही दिशा में जाने की जरूरत है. ऐसा न हो कि इसका इस्तेमाल लोगों को टारगेट करने के लिए किया जाने लगे जिसने हमें कभी भी किसी भी तरह चोट पहुंचाई हो. मंत्री मेनका ने कहा कि महिलाओं को सक्षम बनाने के लिए सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं और #MeToo के भारत में स्टार्ट होने से वह बेहद खुश हैं.
You'll always remember the person who did it which is why, we've written to Law Ministry that complaints should be without any time limit. You can now complain 10-15 yrs later doesn't matter how much later. If you're going to complain the avenue is still open: Union Min M Gandhi pic.twitter.com/PofQGhtRcR
— ANI (@ANI) October 8, 2018
मेनका गांधी यौन शोषण की घटनाओं पर बेहद सख्त विचार रखती हैं. उन्होंने इससे पहले भी कहा था किसी भी तरह के सेक्सुअल ऑफेंस को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने सबसे पहले सेक्सुअल हैरासमेंट इलेक्ट्रॉनिक बॉक्स (SHe-Box) सेवा की शुरूआत की थी, जिसमें जो भी महिलाओं ने शोषण की बात बताई हमने उसके ऊपर कार्रवाई की. शी बॉक्स सरकार का एक प्रयास था जिसके द्वारा पीड़ित महिलाओं की मदद की जा सके.
महिलाएं "शी बॉक्स" के जरिए दर्ज करें शिकायत
उन्होंने कहा कि 'शी बॉक्स' के तहत जिसने भी शिकायत की चाहे वो संगठित क्षेत्र में काम करने वाली महिलाएं हो या असंगठित क्षेत्र की सबको इसके तहत कंप्लेन दर्ज कराने में मदद की गई. मेनका गांधी ने कहा कि कोई भी महिला चाहे वो कहीं भी काम करती हों 'शी बॉक्स' के जरिए कंप्लेन कर सकती हैं. इस शिकायत को सीधे संबंधित विभाग के पास भेजा जाता है और गलत करने वालों पर कार्रवाई होती है.