Har Ghar Tiranga: सैकड़ों गरीब और बेसहारा महिलाओं की लगी लॉटरी, 75 हजार तिरंगा बनाने का मिला ऑर्डर
Mararashtra News: महाराष्ट्र के पालघर में सैकड़ों गरीब-बेसहारा महिलाओं के लिए हर घर तिरंगा अभियान खुशियां लेकर आया है. इन महिलाओं को 75 हजार तिरंगा झंडा बनाने का ऑर्डर मिला है.
Har Ghar Tiranga: आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) मनाया जा रहा है. इसके साथ ही हर घर तिरंगा (Har Ghar Tiranga) अभियान की भी धूम मची है. इस अभियान ने जहां देश वासियों में देश प्रेम की एक नयी उर्जा भर दी है वही इस अभियान के तहत लाखों की तादाद में शहर-शहर गांव-गांव तिरंगा बनाया जा रहा है. हर घर में तिरंगा (Tricolor) फहराने के लिए सरकार की तरफ से तिरंगा झंडा दिया जाएगा जिसकी वजह से कई लोगों को रोजगार मिला है.
महाराष्ट्र में गरीब महिलाएओं को मिला रोजगार
महाराष्ट्र (Maharashtra) में पालघर जिले के वसई विरार महानगर पालिका की तरफ से गरीब और बेसहारा महिलाओं को 75 हजार तिरंगा बनाने का आर्डर मिला है, जिसकी वजह से उनकी मानो लॉटरी लग गयी है. ये महिलाएं समय पर 75 हजार तिरंगे का आर्डर बनाकर देने के लिये रात दिन मेहनत कर रही है. इनकी सिलाई मशीनें दिन रात चल रही हैं.
महिलाएं तैयार कर रही हैं 75 हजार तिरंगा
वसई की रहने वाली किरन बडे के नेतृत्व में ये गरीब और बेसहारा महिलाएं तिरंगा तैयार कर रही हैं. किरन एक फैशन डिजायनर बनना चाहती थी लेकिन एक वक्त इन्हें ऐसा लगा कि इनका सपना, बस सपना ही रह जायेगा. अपने सपने को पूरा करने के लिए किरन ने वसई में कुछ महिलाओं के साथ मिलकर काम करने की शुरूआत की. ऐसे में इन जरूरतमंद महिलाओं के साथ उन्होंने एक समूह बनाया. ये महिलाएं सिलाई का काम करके अपनी रोजी-रोटी जुटाती हैं.
इन महिलाओं का काम देखकर उन्हें वसई विरार महापालिका की तरफ से हर घर तिरंगा अभियान के लिए 75 हजार तिरंगा बनाने का ऑर्डर मिला है. इस ऑर्डर के मिलने से किरन और महिलाएं काफी खुश हैं. सभी दिन रात तिरंगा बनाने में जुटी हैं. इन बेसहारा और गरीब महिलाओं को इस ऑर्डर से बड़ा फायदा हुआ है. इनकी आर्थिक तंगी कम हो गई है.
तिरंगा सिलने की खुशी दिखी चेहरे पर
ये महिलाएं अपने बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने और अपनी छोटी-छोटी जरूरतों को पूरा करने के लिए मिले पैसे से काफी खुश हैं और इनकी खुशी उनके चेहरे पर देखी जा सकती है. तिरंगा बनाने वाली इन महिलाओं को इस बात की सबसे ज्यादा खुशी है कि वो अपने देश की शान उस तिरंगे को तैयार कर रही हैं, जो 15 अगस्त को लोगों के घर-घर लहरायेगा.
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