India-Canada Tensions: कनाडा के डिप्टी आर्मी चीफ मेजर जनरल पीटर स्कॉट एक कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने भारत आए हुए हैं. इस दौरान एबीपी न्यूज ने कनाडा के डिप्टी आर्मी चीफ से हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर सवाल किया. इस पर मेजर जनरल पीटर स्कॉट ने कहा कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि भारत को हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में सहयोग करना चाहिए. फिलहाल दोनों देश बात कर रहे हैं. मैं यहां रिश्ते बेहतर बनाने आया हूं. 


दरअसल, नई दिल्ली में 'इंडो-पैसिफिक आर्मी चीफ कॉन्फ्रेंस' (IPACC) का आयोजन हो रहा है. इस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने के लिए 30 से ज्यादा देशों के सैन्य अधिकारी भारत पहुंचे हुए हैं. इसी में शामिल होने कनाडा के डिप्टी आर्मी चीफ पीटर स्कॉट भी पहुंचे. भले ही इस कॉन्फ्रेंस में हिंद-प्रशांत में चीन को घेरने की तैयारी की जा रही है. मगर खालिस्तानी आतंकी निज्जर की वजह से सबकी नजर भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और कनाडाई डिप्टी आर्मी चीफ रही. 


भारत जांच में करे सहयोग


एबीपी न्यूज से खास बातचीत में कनाडा के डिप्टी आर्मी से सवाल किया गया कि भारत कनाडा के तनाव के बीच इस कॉन्फ्रेंस को आप कैसे देखते हैं? इस पर उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के जरिए संसद में दिए गए बयान से मैं अवगत हूं. कनाडा के प्रधानमंत्री ने कहा है कि भारत जांच में सहयोग करे. लेकिन मैं यहां इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के देशों के बीच बेहतर रिश्तों के लिए आया हूं. 


'ये दोनों देशों की सेना के बीच का मामला नहीं'


कनाडाई डिप्टी आर्मी चीफ से पूछा गया कि क्या आतंकी निज्जर की हत्या के बाद जो हालात बने हैं, उनका रिश्ते पर असर नहीं पड़ेगा? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि दोनों देशों के नेता इस विवाद पर बात कर रहे हैं. मैं यहां बेहतर रिश्ते बनाने आया हूं. कल भारत के सेना प्रमुख से बातचीत में मैंने यही राय रखी. ये दोनों देश की सेना के बीच का मामला नहीं है. हम उन मौकों को देख रहे हैं, जिन पर भारत और कनाडा की सेना मिलकर काम कर सके.


दोनों देशों के नेता सुलझाएंगे विवाद


जब मेजर जनरल पीटर स्कॉट से सवाल हुआ कि भारतीय सेना प्रमुख से निज्जर के मुद्दे पर क्या बात हुई है? इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे से इस मुद्दे पर बात हुई. हम इस बात पर सहमत हुए कि मौजूदा विवाद दोनों देश के नेता सुलझाएंगे. सेना सिर्फ आपसी सहयोग बढ़ाने पर बात करेगी. 


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