अस्पताल में भर्ती होने के बाद भी जारी है हार्दिक पटेल का अनशन
पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) के प्रवक्ता मनोज पनारा ने कहा कि हार्दिक की भूख हड़ताल जारी रहेगी. पनारा ने कहा, ‘‘उन्होंने कुछ खाया नहीं है लेकिन पानी पिया है. मांगे पूरी हाने तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी.’’
अहमदाबाद: पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने अपने समुदाय के लिए आरक्षण और किसानों का कर्ज माफ करने की मांग पर अपना अनिश्चितकालीन अनशन अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान शनिवार को भी जारी रखा. उनका अनशन 15वें दिन में प्रवेश कर गया है. लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव, डीएमके नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा ने आज अस्पताल में हार्दिक से मुलाकात की और उनके प्रति समर्थन व्यक्त किया.
हार्दिक 25 अगस्त ने भूख हड़ताल पर हैं और स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद शुक्रवार को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हार्दिक ने ट्वीट किया, ‘‘शरद यादव जी मुझसे अस्पताल में मिलने आएं. उन्होंने समाजिक न्याय और किसानों के अधिकार के लिए मेरी लड़ाई का समर्थन किया. उनसे काफी प्रभावित हूं.’’ उन्होंने राजा के अस्पताल पहुंचने की एक तस्वीर भी ट्विटर पर साझा की और कहा कि डीएमके ने उनको समर्थन दिया है.
अनिश्चितकालीन उपवास आंदोलन के पंद्रहवें दिन पूर्व केंद्रीय मंत्री @SharadYadavMP जी अस्पताल में मुझे मिलने आए. उनसे मिलकर काफी प्रभावित हुआ और उन्होंने सामाजिक न्याय एवं किसानों की लड़ाई में पूरा समर्थन किया। pic.twitter.com/5dmYKkeFgH
— Hardik Patel (@HardikPatel_) September 8, 2018
पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) के प्रवक्ता मनोज पनारा ने कहा कि हार्दिक की भूख हड़ताल जारी रहेगी. पनारा ने कहा, ‘‘उन्होंने कुछ खाया नहीं है लेकिन पानी पिया है. मांगे पूरी हाने तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी.’’ मुलाकात के बाद शरद यादव ने कहा कि उन्होंने हार्दिक से खाना खाने को कहा. शरद यादव ने पत्रकारों से कहा, ‘‘इस लड़ाई के लिए उन्हें ताकत की जरूरत है. इसलिए उन्हें भोजन और पानी का सेवन शुरू कर देना चाहिए.’’
हार्दिक को शुक्रवार को उनके समर्थकों ने पहले ‘सोला सिविल हॉस्पिटल‘ में भर्ती कराया था लेकिन उनकी हालत बिगड़ने के बाद उन्हें निजी अस्पताल ‘एसजीवीपी होलिस्टिक हॉस्पिटल’ में भर्ती कराया गया. पाटीदार समुदाय के लिए सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण और किसानों के कर्ज को माफ करने की मांग पर हार्दिक ने 25 अगस्त को अपने घर पर अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किया था.
गुजरात की बीजेपी सरकार ने शुक्रवार को कहा था कि वह सभी के साथ बातचीत को तैयार हैं जबकि उनके (हार्दिक के) समर्थकों ने दावा किया है कि सरकार ने हार्दिक से बातचीत के लिए सपंर्क नहीं किया.