हार्दिक पटेल ने गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष पद और पार्टी की सदस्यता से बुधवार को इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक लंबा चौड़ा खत भेजा है, जिसमें उन्होंने जमकर भड़ास निकाली है. इस खत में उन्होंने सीएए, राम मंदिर और NRC का जिक्र किया. हार्दिक के इस्तीफे के बाद अब अटकलें बढ़ गई हैं कि क्या वे बीजेपी का दामन थामेंगे. 


बीजेपी के एक बड़े नेता ने एबीपी न्यूज को बताया है कि दो हफ्ते के भीतर हार्दिक पटेल बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. बीजेपी हार्दिक पटेल को पार्टी में शामिल करने के लिए रणनीति बनाएगी. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, हार्दिक पटेल ने कोई मांग नहीं रखी है.


हार्दिक पटेल अपने गृह ज़िले की विरामगाम विधानभवन सीट से चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं लेकिन किसी भी अन्य विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव या शर्त हार्दिक पटेल ने नहीं रखी है.


हार्दिक पटेल पिछले आठ महीने से कांग्रेस से नाराज चल रहे थे. अपने इस्तीफे में भी हार्दिक पटेल ने उन मुद्दों को उठाया है, जो मुद्दे बीजेपी उठाती रही है. हार्दिक पटेल में अपने इस्तीफ़े में कांग्रेस के राम मंदिर निर्माण का विरोध करने को गलत बताया है. साथ ही धारा 370 पर अड़चन पैदा करने पर भी हार्दिक में कांग्रेस नेतृत्व को आड़े हाथों लिया है. साथ ही CAA-NRC का विरोध भी कांग्रेस ने गलत किया है. अपने इस्तीफे की भाषा से भी हार्दिक पटेल ने साफ इशारा कर दिया है कि वे जल्द बीजेपी का रुख करने वाले हैं.


बीजेपी के सूत्रों ने बताया कि हार्दिक पटेल को किसी रैली के जरिए या फिर अहमदाबाद में पार्टी दफ्तर में शामिल कराया जा सकता है. पार्टी फ़िलहाल विचार कर रही है कि हार्दिक पटेल को बीजेपी में कब और कहां शामिल कराया जाए.



ये भी पढ़ें


Hardik Patel Letter: आर्टिकल 370, राम मंदिर और CAA-NRC का जिक्र कर कांग्रेस पर बरसे हार्दिक पटेल, सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी