Haridwar Dharm Sansad: उत्तराखंड (Uttarakhand) के हरिद्वार (Haridwar) में आयोजित 'धर्म संसद' (Dharm Sansad) में दिए गए भाषण का मामला अब पूरी तरह से गरमा चुका है. 'धर्म संसद' का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने और इस मामले को लेकर एफआईआर दर्ज होने के बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) समेत कई अन्य विपक्षी नेताओं ने संतों पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि हिंदुत्ववादी हमेशा नफ़रत व हिंसा फैलाते हैं और इसकी कीमत हिंदू-मुसलमान-सिख-ईसाई चुकाते हैं.


'धर्म संसद' में दिए गए भाषणों को लेकर राहुल गांधी ने दो हैशटैग के साथ एक ट्वीट किया. उन्होंने कहा, ''हिंदुत्ववादी हमेशा नफ़रत व हिंसा फैलाते हैं. हिंदू-मुसलमान-सिख-ईसाई इसकी क़ीमत चुकाते हैं. लेकिन अब और नहीं!'' वहीं कांग्रेस ने भी इस मुद्दे को लेकर विवादित बयान देने वाले संतों पर हमला बोला है.






कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस (TMC) समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने हरिद्वार में हुई 'धर्म संसद' को 'घृणा भाषण वाला सम्मेलन' करार दिया और इसकी निंदा की. विपक्षी दलों की मांग है के कि इस सम्मेलन में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.


मामला सामने आने के बाद पुलिस ने जितेंद्र नारायण त्यागी (वसीम रिजवी) समेते कई अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. बता दें कि जितेंद्र नारायण त्यागी ने हाल ही में इस्लाम धर्म को छोड़कर हिंदू धर्म में शामिल हुए हैं. जितेंद्र नारायण त्यागी पर भी आरोप है कि उन्होंने 'धर्म संसद' में कथित घृणास्पद भाषणों दिए हैं.


वीडियो वायरल होने के बाद जमीयत उलेमा ए हिंद ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को खत लिखकर मामले पर संज्ञान लेने की बात कही. अपने खत में जमीयत उलेमा ए हिंद ने कहा कि इस सम्मेलन में शामिल लोगों पर मुकदमा चलाया जाए.