चंडीगढ़: हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज भी गुरमेहर विवाद में कूद गए हैं. अनिल विज ने कहा है कि जो लोग गुरमेहर के समर्थक हैं वो पाकिस्तान के भी समर्थक हैं. इसलिए ऐसे लोगों को देश से बाहर फेंक देना चाहिए.


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भारत से बाहर फेंक देना चाहिए- अनिल विज


अनिल विज ने ट्वीट कर कहा, ‘’अपने पिता की सहादत के लिए युद्ध को जिम्मेदार बताने वाले गुरमेहर के बयान का समर्थन करने वाले पाकिस्तान के समर्थक हैं. उन्हें भारत से बाहर फेंक देना चाहिए.’’


 

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बीजेपी सांसद ने दाऊद से की थी गुरमेहर की तुलना


मैसूर से बीजेपी सांसद प्रताप सिन्हा ने गुरहमेहर की तुलना अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से की है.प्रताप सिन्हा ने ट्विटर पर दाऊद के साथ वाली तस्वीर डालते हुए लिखा, ‘’1993 बम धमाके का मास्टमाइंड दाऊद ने तो देशविरोधी काम के बाद ये नहीं कहा कि मैं पुलिसवाले का बेटा हूं.’’


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कौन हैं गुरमेहर कौर ?


गुरमेहर कौर करगिल शहीद कैप्टन मनदीप सिंह की बेटी हैं. रामजस कॉलेज में विवाद के बाद गुलमेहर ने फेसबुक पर एक तस्वीर शेयर की थी जिसमें लिखा था, ‘’मैं दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ती हूं. मैं एबीवीपी से नहीं डरती. मैं अकेली नहीं हूं. भारत का हर छात्र मेरे साथ है.’’ #StudentAgainstABVP.


गुरमेहर की इसी पोस्ट के बाद से इस मामले ने तूल पकड़ लिया जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर रेप की धमकी दी जाने लगी. इतना ही नहीं गुरमेहर पर हमला बोलने के लिए उनका एक पुराना वीडियो भी सामने लाया गया, जिसमें उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच शांति की अपील की थी. इस वीडियो में उन्होंने कहा था,  ‘’मेरे पापा को पाकिस्तान ने नहीं बल्कि युद्ध ने मारा है.’’


क्या है रामजस कॉलेज विवाद ?


डीयू के रामजस कॉलेज के एक सेमिनार में जेएनयू के छात्र उमर खालिद को बुलाने से जुड़ा है. देशविरोधी नारे लगाने के आरोपी उमर के साथ ही कन्हैया कुमार और अनिर्बान पिछले साल जेल गए थे. एबीवीपी के विरोध के बाद सेमिनार तो रद्द कर दिया गया लेकिन एबीवीपी और वामपंथी छात्र संगठन आमने-सामने आ गए थे. बाद में एबीवीपी ने एक वीडियो जारी कर आरोप लगाया था कि वामपंथी छात्रों ने देश विरोधी नारे लगाए थे.