नई दिल्ली: सरकार को घेरने वालों में मशहूर रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हर्ष मंदर के घर और दफ्तर पर केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी छापेमारी कर रही है. सूत्रों से जानकारी मिली है कि ये छापेमारी नई दिल्ली स्थित उनके घर, दफ्तर और उनके एनजीओ पर चल रही है. ईडी ने दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज एक प्राथमिकी का संज्ञान लेते हुए मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है. हालांकि हर्ष मंदर भारत में नहीं हैं. वह अपनी पत्नी के साथ गुरुवार तड़के ही एक फेलोशिप प्रोग्राम के लिए जर्मनी रवाना हुए थे.


ईडी ने हर्ष मंदर द्वारा चलाए जा रहे चिल्ड्रेन होम (एनजीओ) पर भी छापेमारी की है. इसी साल जुलाई में नेशनल कमिशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स (NCPCR) ने दिल्ली हाईकोर्ट से मांग की थी कि हर्ष मंदर से जुड़े दो चिल्ड्रेन होम पर कार्रवाई की जाए. 


केंद्र को कई मौकों पर घेर चुके हैं हर्ष मंदर


हर्ष मंदर को अक्सर बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते देखा गया है. दिल्ली में हुई हिंसा की चार्जशीट में भी हर्ष मंदर का नाम है. हर्ष मंदर पर तब आरोप लगा था कि उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को उकसाया. इसके अलावा न्यायपालिका के बारे में अवमानना भरी बातें कहने का भी आरोप लगा था. हर्ष मंदर पर आरोप है कि उस दौरान आंदोलन के दौरान उन्होंने भड़काऊ भाषण दिए थे और दिल्ली हिंसा की साजिश रची थी.


हर्ष मंदर आईएएस ऑफिसर थे, लेकिन साल 2002 गुजरात दंगों से आहत होकर उन्होंने नौकरी छोड़ दी थी और बाद में वह सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर काम करने लगे. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान वे राष्ट्रीय सलाहकार परिषद के सदस्य रह चुके हैं, जिसकी अध्यक्षा सोनिया गांधी थीं.


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