नई दिल्ली: किसानों के आंदोलनों के बीच कांग्रेस नेता विद्या देवी रानी के बयान से राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है. हरियाणा के जींद में विद्या देवी ने रविवार को पार्टी की एक बैठक में कहा कि किसान आंदोलन में किसानों कि मदद करो चाहे पैसे दान करना हो या शराब बांटना हो.
जींद के नरवाना से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुकीं विद्या देवी ने कहा कि कांग्रेस जब से हारी है कांग्रेस का अस्तित्व ही ख़त्म हो चूका था. लेकिन किसी न किसी तरह से यह आंदोलन दोबारा खड़ा हुआ है, इसको अब हर हाल में चलाना है. उन्होंने कहा कि जिससे जो भी सहयोग बन सकता है करें और आंदोलन को आगे बढ़ाएं.
अब उनके इसी बयान पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी नेता डॉक्टर हर्षवर्धन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. हरदीप पुरी ने भी कांग्रेस को घेरा है.
उन्होंने कहा, ''और कितना गिरेगी कांग्रेस? कांग्रेस नेता श्रीमती विद्या रानी किसान आंदोलनकारियों तक शराब पहुंचाने की बात कर रही हैं. महात्मा गांधी जी को आदर्श मानने वाली कांग्रेस के लिए यह नैतिक पतन की पराकाष्ठा है. आंदोलन को कहां से ऑक्सीजन मिल रहा है, यह अब किसी से छिपा नहीं है.''
बता दें कि तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली की सीमाओं पर पिछले करीब 90 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. इनकी मांग है कि केंद्र सरकार तीन नए कृषि कानूनों को वापस ले.