India G20 Presidency: भारत इस साल होने वाले G-20 सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. G-20 के मुख्य समन्वयक हर्षवर्धन श्रृंगला (Harsh Vardhan Shringla) ने सोमवार को कहा कि भू-राजनीतिक तनाव और आर्थिक संकट बढ़ने के समय में भारत के लिए इस मंच की अध्यक्षता वैश्विक एजेंडे को आकार देने का एक बड़ा अवसर है. श्रृंगला ने कहा कि भारत के G-20 दृष्टिकोण का आदर्श वाक्य ‘सबका साथ, सबका विश्वास, सबका विकास और सबका प्रयास’ के विचार के अनुरूप है.
हर्षवर्धन ने कहा, "अगर हमारे पड़ोसी विकसित नहीं होते हैं तो हम अलग से विकास नहीं कर सकते हैं." उन्होंने कहा, हम यह सुनिश्चित किए बिना समृद्धि की उम्मीद नहीं कर सकते कि हमारे पड़ोसी भी इस प्रगति का हिस्सा हों. मुख्य समन्वयक ने कहा कि अब G-20 के बड़े सवाल पर आते हैं. हम दुनिया भर के देशों के बढ़ते उधार के मुद्दों के समाधान के संदर्भ में क्या कर सकते हैं. मुझे लगता है कि हमारी सोच और प्राथमिकता बहुपक्षीय संस्थानों में सुधार होगी.
वसुधैव कुटुंबकम है थीम
पूर्व विदेश सचिव श्रृंगला भारतीय प्रबंधन संस्थान, कलकत्ता में G-20 अध्यक्षता के ‘यूनिवर्सिटी-कनेक्ट इंगेजिंग यंग माइंड्स प्रोग्राम’ को संबोधित कर रहे थे. श्रृंगला ने कहा कि हमारे लिए G-20 की अध्यक्षता हासिल करना एक अनूठा अवसर है. हम अपनी परम्परा को वैश्विक एजेंडे पर रख सकते हैं. हम इसका उपयोग अपनी सांस्कृतिक विविधता, अपनी पर्यटन क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए भी कर सकते हैं.
G-20 शिखर सम्मेलन से जुड़े अनेक कार्यक्रम मार्च, जून और सितंबर 2023 में भारत की राजधानी दिल्ली में आयोजित किए जाएंगे. दुनिया में आई आर्थिक अस्थिरता के बाद 2008 में G-20 का गठन किया गया था, जिसमें 19 देश सहित यूरोपीय संघ भी शामिल है. इस बार इंडोनेशिया से भारत को इसकी कमान सौंपी गई है, जिसका थीम भारत की पहचान "वसुधैव कुटुंबकम". एक धरती एक परिवार एक भविष्य रखा गया है.
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