(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
हर्षवर्धन ने टीएस सिंहदेव की चिट्ठी का दिया जवाब, कहा- कोरोना वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है
टीएस सिंहदेव ने अपनी चिट्टी में लिखा की भारत बायोटेक की कोवेक्सीन का तीसरे चरण का ट्रायल पूरा नहीं हुआ है और इस पर एक्सपायरी डेट नहीं है. ऐसे में ट्रायल पूरा होने पर भारत बायोटेक की कोवेक्सीन भेजें.
नई दिल्लीः स्वदेशी कोरोना वैक्सीन कोवेक्सीन पर छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन को चिट्ठी लिखकर भारत बायोटेक की वैक्सीन ना भेजने की बात कही थी. इस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने उन्हें चिट्टी लिखकर जवाब दिया है. डॉ हर्षवर्धन ने चिट्टी में साफ लिखा है कि वैक्सीन को भारतीय ड्रग कंट्रोलर (DCGI) यानी ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया द्वारा प्रीक्लीनिकल और क्लीनिकल ट्रायल में आए डेटा के आधार पर रिस्ट्रिक्टेड इमरजेंसी यूज़ की मंजूरी दी है. इसके बाद ही वैक्सीन बनाई और दी जा रही है. ऐसी मंजूरी न सिर्फ भारत बायोटेक की कोवेक्सीन बल्कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड को भी दी गई. वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है.
हर्षवर्धन ने कहा कि ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की मंजूरी के बाद ही भारत में वैक्सीन दी जा रही है. इसके अलावा वैक्सीन के लेबल पर एक्सपायरी डेट के बारे में पूरी जानकारी है. इसलिए ये कहना की एक्सपायरी की तरीख नहीं है ये गलत है. ये वैक्सीन बाकी जगह भी भेजी जा रही है.
बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार ने भारत बायोटेक द्वारा बनाई गई कोवैक्सीन को छत्तीसगढ़ में नहीं भेजे जाने का पत्र केंद्र सरकार को लिखा था. छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन को पत्र लिखकर कहा है की कोवैक्सीन के तीसरे फेज के ट्रायल का परिणाम अभी नहीं आया है. इसलिए भारत सरकार कोवैक्सीन छत्तीसगढ़ में न भेजे.
छत्तीसगढ़ सरकार ने केंद्र को यह भी बताया है की प्रदेश में अबतक 1 लाख 67 हजार 852 हेल्थ केयर वर्कर्स को पहली दी जा चुकी है. करीब 61 प्रतिशत हेल्थ वर्करों को वैक्सीन देने का काम पूरा कर लिया गया है. जबकि छत्तीसगढ़ सरकार अब उन लोगों को भी कोविशील्ड वैक्सीन लगाने की तैयारी कर रही है जिन्हें अबतक वैक्सीन नहीं लग पाई है.
पत्र में कहा गया है की हम कोवैक्सीन का इस्तेमाल करने के लिए तैयार हैं लेकिन इसका जबतक तीसरे चरण के ट्रायल का परिणाम ना आ जाये तब तक इसे ना भेजा जाए. छत्तीसगढ़ में अबतक पहली खेप में 37760 कोवैक्सीन आ चुकी जबकि मार्च में दूसरी खेप में एक लाख 49 हजार कोवैक्सीन केंद्र सरकार भेजने वाली है. अब तक जो भी कोवैक्सीन प्रदेश में आई है उसका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है.
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