अमरिंदर सिंह और अमित शाह की मुलाकात पर हरसिमरत कौर ने साधा निशाना, कहा- कैप्टन-मोदी की सांठगांठ उजागर
किसानों के आंदोलन के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे. इस मुलाकात को लेकर हरसिमरत कौर बादल ने कैप्टन पर निशाना साधा है.
नई दिल्लीः केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध जारी है. बुधवार को आंदोलन के 7वें दिन भी किसान दिल्ली बॉर्डर पर डटे रहे. किसानों के आंदोलन के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे.
कैप्टन अमरिंदर सिंह और अमित शाह से मुलाकात को अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने कैप्टन-मोदी के बीच सांठगांठ बताया है. इस मुलाकात को लेकर उन्होंने कैप्टन पर निशाना भी साधा. गौरतलब है कि हरसिमरत कौर ने कृषि कानून के खिलाफ केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दिया था.
पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत ने ट्वीट में लिखा, 'कैप्टन-मोदी की सांठगांठ उजागर: जब अध्यादेश पास किए गए तब कैप्टन एक इंच भी नहीं हिले और न ही जब किसान रेल की पटरियों पर बैठे थे. जब किसानों पर वाटर कैनन और आंसू गैस छोड़े गए तो भी वे एक इंच नहीं हिले. किसान वे ठंड में दिल्ली की सड़कों पर बहादुरी के साथ डटे हुए हैं. लेकिन होम मिनिस्ट उनको बुलाते हैं तो वह दौड़कर जाते हैं. रक यह मिलियन डॉलर का सवाल कि ये किसके हित के लिए है!'
Capt-Modi nexus exposed: Capt didn't move an inch when ordinances were passed, nor when farmers sat on rail tracks, neither when they faced water cannons & tear gas & braved the chill on Delhi roads. But HM cracks the whip & he runs, but in whose interest is million $ question! pic.twitter.com/gxgxDZrtL6
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) December 2, 2020
कैप्टन-शाह की मुलाकात आज
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह आज गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे. किसान संगठन और सरकार की बैठक से पहले यह मुलाकात होगी.
गौरतलब है कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह लगातार केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. उन्होंने हाल ही में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के संघर्ष को ‘न्यायपूर्ण’ बताते हुये केंद्र सरकार से सवाल किया कि वह किसानों की आवाज क्यों नहीं सुन रही है और इस मुद्दे पर उसका हठी रवैया क्यों है? सिंह ने दोहराया है कि उनकी सरकार इन ‘काले कानूनों’ के खिलाफ किसानों के साथ खड़ी रहेगी.
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