नई दिल्ली: हरियाणा के फरीदाबाद की दयालबाग कॉलोनी के एक घर में 4 लटकी हुई लाशों की खबर ने इलाके में सनसनी फैला दी है. एक ही परिवार की तीन बहनों और एक भाई ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है. दयालबाग कॉलोनी के सी-31 मकान के ग्राउंड फ्लोर से खून बाहर आ रहा था. लोगों ने फौरन पुलिस को इसकी सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस को 3 बहनें मीना, नीना, जया और इनके भाई प्रदीप की लटकी हुई लाश मिली.


लाश के पास से पुलिस को 18 अक्टूबर को लिखा एक सुसाइड नोट मिला है जिससे ये साफ हुआ कि हाल में ही परिवार में हुई अपनों की मौत और आर्थिक तंगी की वजह से परिवार परेशान था इसीलिए खुदकुशी कर ली. पुलिस के मुताबिक बहनों की उम्र 30 से 40 साल के बीच है जबकि प्रदीप करीब 30 साल का था. पुलिस को सुसाइड नोट मिला है. पिता की पहले ही मौत हो चुकी है. कुछ महीने पहले मां की भी मौत हो गई है और करीब 15 दिन पहले भाई की. इसी वजह से परिवार डिप्रेशन में था.


सुरेंद्र सिंह, अडिशनल एस एच ओ सूरजकुंड फरीदाबाद ने बताया, करीब 9 बजे के आसपास चौकीदार ने सूचना दी थी. अमन एंड अग्रवाल अपार्टमेंट के अंदर ग्राउंड फ्लोर पर 4 बहन-भाई रहते थे. इनकी मां और बाप की दो तीन महीने पहले ही मृत्यु हो चुकी है. हाल ही में छोटे भाई की भी मृत्यु हुई थी. दरवाजा तोड़ कर अंदर पहुंचे तो 4 डेड बॉडी फांसी पर लटकी हुई थी.


सुरेंद्र सिंह ने आगे बताया, सुसाइड नोट बरामद हुआ है जिसमें पेरेंट्स की मौत से आहत होकर और आर्थिक तंगी के चलते मृत्यु का ज़िक्र है. शायद सुसाइड 18 तारीख को हुआ है और ब्लड का रिसाव हुआ है इसलिए हो सकता है खून पड़ा हो. जांच अभी जारी है.


पुलिस का कहना है कि हर एंगल से जांच की जा रही है. प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला लग रहा है. सुसाइड नोट में लिखा है कि ये सब अपने मां बाप और भाई के एक्सपायर होने के बाद खुद को अकेला महसूस कर रहे थे. कुछ आर्थिक तंगी की भी बात सामने आई है. इनकी माता होटल राजहंस में काम करती थी जो रिटायर हो चुकी थी और 5 माह पहले एक्सपायर हो गई थी. इनका भाई संजू भी बीमारी की वजह से एक्सपायर हो गया, इनके पिता पहले ही एक्सपायर हो चुके थे.


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सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा है कि जिन लोगों ने उनकी मदद की है, उनका कर्ज़ा, घर में रखे सामान को चैरिटी करके पूरा कर दिया जाए. कुछ पैसा बचेगा वह चर्च के फादर और सिस्टर को दान स्वरूप दे दिया जाए. उन्होंने भी उनकी मदद की थी. फिलहाल पुलिस ने सभी की डेड बॉडीज को बीके हॉस्पिटल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. पोस्टमार्टम के बाद इनकी डेड बॉडीज अंतिम संस्कार के लिए चर्च के फादर रवि कोटा के हवाले की जाएंगी.


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