हरियाणा में सोनिया गांधी महिलाओं को नहीं दे पाईं 33 फीसदी 'हिस्सेदारी'
कांग्रेस ने हरियाणा की कुल 90 सीटों में से सिर्फ नौ महिलाओं को टिकट दिया है. कांग्रेस हमेशा से महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण की बात करती रही है लेकिन टिकट बंटवारे में महिलाओं की भागेदारी सिर्फ नौ फीसदी है.
चंडीगढ़: कांग्रेस हमेशा से 33 फ़ीसदी महिला आरक्षण के पक्ष में रही है. कांग्रेस की सरकार रहते सोनिया गांधी ने सदन में बिल पास करवाया था. संगठन में भी महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण मिले सोनिया गांधी हमेशा इसकी वकालत करती रहीं है लेकिन हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 90 में से सिर्फ़ नौ महिलाओं को मैदान में उतारा है.
यानी कांग्रेस पार्टी ने हरियाणा में सिर्फ 10 फीसदी महिलाओं को हिस्सा दिया है. ये अलग बात है कि कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी और हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी शैलजा दोनों ही महिलाएं हैं. इसके बावजूद भी कांग्रेस पार्टी अपने संगठन में 33 फीसदी महिलाओं को जगह देने में कामयाब नहीं हुई.
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सूत्रों के मुताबिक महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने जितनी टिकटें मांगी थी उसमें किसी भी संगठन में काम करने वाली महिला को कांग्रेस ने टिकट नहीं दी. वहीं जिन महिलाओं को टिकट दी गई है वो भी किसी सगंठन से नहीं बल्कि हरियाणा के बड़े नेताओं के साथ जुड़ी हैं या फिर बड़े घरों की बेटी या बहू हैं.
महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव कहती है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस बात का अंदाज़ा है इसलिए वो 33 फ़ीसदी महिला आरक्षण की मांग करती है ताकि महिलाओं के लिए एक सुरक्षित स्थान राजनीति में हो. इससे पहले सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा था कि संसद में 33 फीसदी आरक्षण वाला बिल लंबित पड़ा है उसे पास किया जाए, क्योंकि मोदी सरकार के पास पूर्ण बहुमत है. लेकिन जब कांग्रेस के संगठन की बात होती है तो सोनिया गांधी महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण देने में कामयाब नहीं होती.
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