Haryana Aseembly Election: हरियाणा में कांग्रेस ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चुनाव प्रचार अभियान की कमान तो दे दी है, लेकिन उसकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही. रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है किरण चौधरी नेता विपक्ष का पद हाथ से जाने के बाद नाराज चल रही हैं. इन कयासों को उस वक्त और तेजी मिली जब रविवार को भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किरण चौधरी के घर जाकर उनसे मुलाकात की. इस मुलाकात में किरण चौधरी की बेटी और पूर्व सांसद श्रुति चौधरी भी मौजूद रही.


ऐसा दावा किया जा रहा है कि पिछले 5 साल में यह पहला मौका था जब हुड्डा किरण चौधरी से मुलाकात करने उनके घर पहुंचे. पिछले हफ्ते किरण चौधरी से पार्टी ने नेता विपक्ष का पद लेकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा को दे दिया था. इसके बाद किरण चौधरी पार्टी की मीटिंग में भी शामिल नहीं हुई थीं. इस मुलाकात के बाद किरण चौधरी का क्या रूख होगा उसके बारे में ज्यादा जानकारी सामने नहीं आ पाई है.


सुरजेवाला और कुलदीप बिश्नोई से भी होगी मुलाकात


हुड्डा पार्टी को एकजुट करने के लिए राज्य के दो दिग्गज नेताओं रणदीप सुरजेवाला और कुलदीप बिश्नोई के साथ मुलाकात कर सकते हैं. हालांकि कुछ रिपोर्ट्स में सामने आया है कि हुड्डा पूर्व राज्य कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तवंर से किसी तरह का कोई संपर्क साधने की कोशिश नहीं करेंगे.


नाराज बताए जा रहे हैं अशोक तवंर


पिछले हफ्ते हरियाणा कांग्रेस में बड़े बदलाव देखने को मिली थे. पार्टी हाईकमान ने बड़ा बदलाव करते हुए राज्य में अध्यक्ष पद की कमान तवंर से लेकर कुमारी शैलजा को दे दी थी. कुमारी शैलजा को सोनिया गांधी का नजदीकी माना जाता है. जब कुमारी शैलजा ने कमान संभाली को तवंर उस मीटिंग में मौजूद नहीं रहे.


कौन हैं किरण चौधरी


किरण चौधरी हरियाणा के पूर्व सीएम बंसीलाल के बेटे सुरेंद्र की पत्नी हैं. सुरेंद्र हुड्डा सरकार में मंत्री थे और उनका 2005 में निधन हो गया था. सुरेंद्र के निधन के बाद बंसीलाल परिवार की कमान किरण चौधरी के हाथों में ही रही है. किरण चौधरी हुड्डा सरकार में मंत्री हुआ करती थीं. 2014 में विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद किरण चौधरी को विधानसभा में पार्टी का नेता बनाया गया था.


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