हरियाणा बोर्ड ने पूर्व सीएम चौटाला का 12वीं का रिजल्ट रोका, पहले 10वीं का अंग्रेजी विषय का एग्जाम करना होगा पास
साल 2021 के अप्रैल की परीक्षाओं का परिणाम बगैर परीक्षा दिए घोषित कर दिया गया हो. इन परिणामों को कोर्ट के निर्देशों के अनुसार बगैर परीक्षा लिए ही घोषित किया गया है.
भिवानी: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने गुरुवार को 12वीं क्लास का ओपन परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया. परीक्षा का परिणाम 100 फीसदी रहा, क्योंकि कोविड महामारी के चलते परीक्षाएं नहीं ली जा सकती थी. सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फॉर्मूले को आधार बनाकर परिणाम घोषित किया गया. इस परीक्षा में 12वीं ओपन के अलावा री-अपीयर और मर्सी चांज के कुल 38 हजार 926 परीक्षार्थी थे, जो सभी शत-प्रतिशत पास हो गए. परिणाम हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की वेबसाइट www.bseh.org.in पर देखा जा सकता है.
हरियाणा बोर्ड ने पूर्व सीएम चौटाला का 12वीं का रिजल्ट रोका
इन परिणामों की एक खासियत यह भी रही कि परीक्षा के लिए पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने भी हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से 12वीं की ओपन परीक्षाओं में हिस्सा लेना था. वह भी बगैर परीक्षा दिए 12वीं ओपन परीक्षा में पास होने थे, लेकिन हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने उनके परिणाम को रोक दिया है.
इस बारे में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ जगबीर सिंह ने कहा कि यह उनके बोर्ड के लिए गर्व की बात है कि पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला उनके बोर्ड के छात्र रहे हैं, लेकिन उनका परिणाम रोके जाने के पीछे वजह यह है कि पूर्व मुख्यमंत्री ने 10वीं की परीक्षा नेशनल ओपन स्कूल से की थी, जिसमें उनका अंग्रेजी का विषय पास नहीं था. जब तक 10वीं का अंग्रेजी का विषय पास नहीं होगा, तब तक वे 12वीं क्लास का परीक्षा परिणाम तकनीकी कारणों से घोषित नहीं कर सकते. ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला का परिणाम अभी स्टैंड बाई रखा गया है, जो 10वीं के अंग्रेजी विषय में पास होते ही घोषित कर दिया जाएगा.
शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह ने शिक्षा बोर्ड परिसर में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि 12वीं की ओपन, री-अपीयर व मर्सी चांज के कुल 38 हजार 926 परीक्षार्थियों को परीक्षा देनी थी. जिसमें से 26 हजार 977 छात्र और 11 हजार 949 छात्राएं शामिल रही. 12वीं ओपन का परीक्षा परिणाम तैयार करने के दौरान सभी विषयों में न्यूनतम 33 फीसदी अंक दर्शाकर घोषित किया गया है. जिन विद्यार्थियों को सिर्फ एक विषय की परीक्षा देनी थी, ऐसे विद्यार्थियों का पूर्व में अन्य विषयों की दी गई परीक्षाओं के औसत के आधार पर परिणाम निकाला गया है. जो विद्यार्थी इस परीक्षा परिणाम से संतुष्ट नहीं है, वे 18 अगस्त से शुरू होने वाली परीक्षाओं के लिए बिना शुल्क दिए इसमें प्रविष्ठ हो सकते है. इसके लिए विद्यार्थियों को बोर्ड के सामने आवेदन देना होगा.
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