डॉक्टर बनने का सपना कई छात्रों का होता है लेकिन मेडिकल कोर्स की मोटी फीस के कारण कई लोग इस क्षेत्र की पढ़ाई करने की क्षमता नहीं दिखा पाते हैं. हालांकि अब हरियाणा में ऐसे छात्रों का सपना साकार हो सकता है. साथ ही मेडिकल की पढ़ाई मुफ्त में करने के बाद सरकारी नौकरी भी हासिल की जा सकती है. लेकिन इसके लिए सीएम मनोहर लाल खट्टर ने एक शर्त भी रखी है.


हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मेडिकल की पढ़ाई करने के बाद सरकारी नौकरी देने की बात कही है. साथ ही सीएम खट्टर ने कहा है कि मेडिकल की पढ़ाई के बाद जो डॉक्टर सरकारी नौकरी करेगा, उसे फीस नहीं देनी होगी. हालांकि जो प्राइवेट नौकरी की तरफ रुख करेगा, उसे फीस का भुगतान करना होगा.


हरियाणा के करनाल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सेक्टर-9 में बनने वाले जिला कार्यालय की आधारशिला रखने पहुंचे थे. इस कार्यक्रम के दौरान सीएम खट्टर ने ऐलान करते हुए कहा कि हरियाणा के मेडिकल कॉलेज में जो इस साल से पढ़ेगा, उसे सरकारी नौकरी दी जाएगी. सीएम ने कहा कि मेडिकल की पढ़ाई में हमने ऐसा इंतजाम किया है कि जितने भी लोग आएंगे, सभी को सरकारी नौकरी देंगे और मेडिकल की पढ़ाई के बाद सरकारी नौकरी करने वाले को फीस भी नहीं देनी होगी. ऐसे में उसके मेडिकल की पढ़ाई का खर्चा भी बचेगा.


साथ ही सीएम खट्टर ने कहा कि जो भी मेडिकल की पढ़ाई के बाद सरकारी नौकरी करेगा, उसे मेडिकल की पढ़ाई की फीस भी नहीं देनी होगी. खट्टर ने कहा कि कई राज्यों में ऐसी व्यवस्था पहले से ही है. हमारा उद्देश्य भी स्पष्ट है कि मेडिकल पढ़ाई करने के बाद डॉक्टर सरकारी नौकरी करे. वहीं अगर डॉक्टर चाहता है कि वो प्राइवेट क्षेत्र में नौकरी करेगा तो उसे फीस देनी होगी.


भरना होगा बॉन्ड


सीएम खट्टर ने आगे कहा कि जो भी मेडिकल की पढ़ाई के बाद सरकारी नौकरी में जाना चाहेगा, उसे सिर्फ बॉन्ड भरना होगा. उससे फीस नहीं वसूल की जाएगी. ये सरकार का पैसा है जो कि बैंक से पढ़ाई के लिए लोन के रूप में दिया जाएगा. हालांकि प्राइवेट नौकरी करने पर ये फीस चुकानी होगी.