चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को कहा कि गांवों में कोविड-19 के प्रसार का एक कारण किसानों का आंदोलन है और कुछ गांवों में मृत्यु दर सामान्य से अधिक रही है. सीएम खट्टर ने पहले कोरोना वायरस की गंभीर स्थिति का हवाला देते हुए केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों से अपना आंदोलन स्थगित करने की अपील की थी.


डीजिटल माध्यम से प्रेस सम्मेलन को संबोधित कर रहे मुख्यमंत्री ने कहा कि धरना स्थलों से आंदोलन से जुड़े लोगों की आवाजाही से गांवों में संक्रमण फैल रहा है और कुछ गांवों में औसत संख्या से अधिक मौतें हुई हैं.


आंदोलन को संक्रमण फैलने के पीछे के कारकों में से एक बताते हुए उन्होंने कहा, “इन गांवों में पिछले साल की तुलना में मृत्यु दर छह से 10 गुना बढ़ गई है. अगर कोई कहता है कि यह कोविड के कारण नहीं है, तो इस स्तर पर कोई अन्य महामारी नहीं है.”


खट्टर ने कहा, “हजारों लोग एक जगह इकट्ठा होते हैं, आपस में मिलते हैं और कोविड-उपयुक्त प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जाता है.” उन्होंने दावा किया कि कुछ गांवों में तो पूरे साल में जितनी मौतें होती हैं, उनमें हाल फिलहाल में उतनी मृत्यु हुई हैं.


खट्टर ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा की भी आलोचना की और कहा कि विपक्ष के नेता कोविड पर सर्वदलीय बैठक की मांग कर रहे हैं, पर उन्होंने एक बार भी किसानों से अपना आंदोलन स्थगित करने की अपील नहीं की.


हुड्डा द्वारा उन्हें लिखे गए पत्र पर खट्टर ने कहा, “मुझे लगा कि वह पत्र जवाब देने लायक भी नहीं है, मैंने उसे नजरअंदाज कर दिया. वह सहयोग देने के बजाय राजनीति अधिक करना चाहते हैं.” खट्टर ने यह भी कहा कि चंद यूनियन नेता किसानों के आंदोलन को भड़का रहे हैं.


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