चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता करण सिंह दलाल ने गुरूवार को बीएसपी सुप्रीमो मायावती को पत्र लिखकर उनसे आग्रह किया कि वह इनेलो के साथ अपनी पार्टी के गठबंधन की समीक्षा करें. दलाल ने इशारा किया कि अभय सिंह चौटाला की राज्य में सत्ताधारी बीजेपी के साथ 'सांठगांठ' है.
दलाल ने मायावती को लिखे पत्र में दावा किया है कि चौटाला ने बीजेपी के साथ साठगांठ कर ली है और विधानसभा में उसके सदस्यों को प्रस्ताव दिया कि वे उन्हें निलंबित करने के लिए एक प्रस्ताव लायें ताकि उन्हें गरीबों से संबंधित मुद्दों पर बोलने से रोका जा सके. दलाल को कथित दुर्व्यवहार और अपमानजनक भाषा के लिए मंगलवार को एक साल के लिए हरियाणा विधानसभा से निलंबित कर दिया गया.
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि उन्होंने एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिये गरीबों के कुछ राशन कार्ड कथित रूप से रद्द किये जाने का मुद्दा उठाया था. उन्होंने मायावती को लिखे एक पत्र में उल्लेख किया कि उन्होंने गरीबों का अधिकार छीनने का मुद्दा उठाया था. पत्र में लिखा है, विपक्ष का नेता होने के नाते अभय सिंह चौटाला को गरीबों के मुद्दे पर मेरा समर्थन करना चाहिए था.
हालांकि, उनकी सत्ताधारी पार्टी के साथ मिलीभगत थी और उन्होंने प्रस्ताव दिया कि मुझे निलंबित करने के लिए सदन में एक प्रस्ताव लाया जाए. जब सत्ता पक्ष ने बाद में प्रस्ताव पेश किया, उन्होंने और उनकी पार्टी के विधायकों ने उसका समर्थन किया, इससे उनका गरीब विरोधी चेहरा बेनकाब हो गया है.
कांग्रेस नेता ने लिखा है, ‘‘आपको (मायावती) एक सांसद के तौर पर काफी अनुभव है लेकिन आपने अपने राजनीतिक करियर में विपक्ष के किसी नेता को एक विपक्षी सदस्य को सदन से निलंबित कराने के लिए सत्ताधारी पार्टी से साठगांठ करते नहीं देखा होगा. उन्होंने आरोप लगाया, मुझे यह कहने में कोई हिचकिचाहट नहीं कि इनेलो ने आपकी पार्टी से गठबंधन केवल गरीबों का वोट जुटाने के लिए किया है.
दलाल ने गठबंधन की समीक्षा का आग्रह करते हुए कहा, ''मेरा आपसे अनुरोध है कि दलितों और गरीबों के हितों को ध्यान में रखते हुए आप इनेलो के साथ गठबंधन की समीक्षा करें.''