नई दिल्ली: अक्टूबर में होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव के प्रचार की शुरुआत कांग्रेस मानेसर के मारुति प्लांट से करने वाली है. कल दिल्ली में हरियाणा कांग्रेस की कैंपेन कमेटी की मीटिंग में इस बात पर चर्चा हुई कि मानेसर के मारुति प्लांट से 50 हज़ार लोगों की नौकरी चली गई है. जिस फ़ैक्ट्री में तीन शिफ़्ट में काम होता था अब वहां सिर्फ़ एक ही शिफ़्ट में काम हो रहा है. ऐसे में एक बड़े तबके को अपने साथ जोड़ने की ज़रूरत है. इसके साथ ही मीटिंग में ये बात भी तय हो गई कि अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर कांग्रेस हरियाणा में जनता के बीच जाएगी.


इसके साथ ही दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की पचासवीं वर्षगांठ मनाने के बाद कांग्रेस अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर पूरे देश में तो प्रदर्शन करेगी ही, लेकिन पार्टी हरियाणा के विधानसभा चुनाव में भी अर्थव्यवस्था और युवाओं की नौकरी के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाने वाली है.


कैंपेन कमेटी की मीटिंग में एक नेता ने यह सुझाव भी दिया कि मारूति हिन्दुस्तान में इंदिरा गांधी की देन है. ऐसे में हमें जनता को बताना चाहिए कि कैसे कांग्रेस ने उद्योग और रोज़गार को बढ़ावा दिया और आज अर्थव्यवस्था और ख़ास तौर पर जीडीपी के गिरने से हर रोज़ युवा बेरोज़गार हो रहे हैं. ये सब मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के कारण हैं.


हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस हरियाणा में एक भी सीट नहीं जीत पाई थी. इससे पहले 2014 में 90 सीटों की विधानसभा में कांग्रेस को महज़ 15 सीटें मिली थी. उसी बैठक में कांग्रेस के एक नेता ने यह भी सुझाव दिया कि आप जिस अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं वो 2019 के लोकसभा चुनावों में फ़ेल हो चुका है. पूरा हरियाणा जाट और ग़ैर जाट में बंटा हुआ है.


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