कुरुक्षेत्र: केंद्रीय सरकार की तरफ पारित किए गए तीन कृषि अध्यादेशों के विरोध में कुरुक्षेत्र के पास किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया. इस प्रदर्शन में भारतीय किसान संघ और दूसरे किसान संगठनों ने हिस्सा लिया. भारतीय किसान संघ आरएसएस की इकाई है.


इस प्रदर्शन में किसानों की भीड़ थी. वे सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे थे. कुछ किसान ट्रैक्टर लेकर भी आए थे. पुलिस के मुताबिक किसानों ने पथराव भी किया. भारतीय किसान संघ ने दावा किया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया. कुरुक्षेत्र की पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया है.


एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "सैकड़ों किसान पिपली चौक तक पहुंचे और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया." उन्होंने कहा कि किसानों ने वहां खड़ी दमकल की गाड़ी के खिड़की के शीशे भी तोड़ दिए. अधिकारी ने कहा कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज का सहारा लिया.


बाद में, प्रदर्शनकारी यातायात रोकने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 22 पर धरने पर बैठ गए. 'किसान बचाओ, मंडी बचाओ' रैली के लिये किसानों को पिपली अनाज मंडी में पहुंचने से रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा की गई कड़ी व्यवस्था के बावजूद कई किसान वहां पहुंचने में कामयाब रहे.


कुरुक्षेत्र शहर में दयालपुर चौराहे पर लगाएग गए पुलिस बैरियर को तोड़ते हुए ट्रैक्टर और अन्य वाहनों पर सवार लगभग सौ किसानों ने पिपली की ओर प्रस्थान किया. समूह का नेतृत्व कर रहे किसान नेता अक्षय हाथीरा ने मीडिया को बताया कि राज्य सरकार रैली को प्रतिबंधित करके और सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगाकर किसानों की आवाज को रोकने की कोशिश कर रही थी.


इस बीच, पिपली मंडी और इसके आसपास के इलाकों को पुलिस ने सील कर दिया. कांग्रेस नेता अशोक अरोड़ा और लाडवा के कांग्रेस विधायक मेवा सिंह अपने समर्थकों के साथ पिपली मंडी के बाहर पहुंचे और पुलिस द्वारा रोकने पर वे सड़क पर बैठ गए.


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