इसके पहले हुए घटनाक्रम में सीबीएसई टॉपर गैंगरेप पीड़ित की मां ने मुआवजा लेने से इनकार कर दिया. पीड़ित की मां का कहना है कि उन्हें पैसा नहीं इंसाफ चाहिए. उन्होंने मीडिया से कहा, ''कल कुछ अधिकारी हमें मुआवजे का चेक देने आए थे. मैं आज इसे वापस कर रही हूं, हमें पैसा नहीं इंसाफ चाहिए. पांच दिन हो गए लेकिन अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई.''
उधर रेवाड़ी में सीबीएसई टॉपर से गैंगरेप मामले में पांच दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों के फोटो जारी किए हैं जिनमें से एक आरोपी सेना में कार्यरत बताया जा रहा है. पिलहाल पुलिस अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. इस मामले में आरोपियों की जानकारी देने वालों के लिए पुलिस ने एक लाख रुपये के इनाम का एलान भी किया है.
क्या है मामला
रेवाड़ी में सीबीएसई दसवीं की टॉपर रह चुकी छात्रा को अगवाकर गैंगरेप हुआ जिसके बाद एक दर्जन युवकों पर दरिंदगी करने का आरोप लगा. 19 साल की जिस लड़की के साथ दरिंदगी हुई है उसे 26 जनवरी 2016 को राष्ट्रपति ने सम्मानित किया था. पुलिस को गैंगरेप में 8 से 10 लोगों के शामिल होने का शक है. लड़की के पिता ने भी कहा है कि लड़की सिर्फ तीन लोगों को ही पहचान पायी है लेकिन इसमें आठ से दस लोग शामिल हो सकते हैं.
बताया जा रहा है कि कोचिंग जा रही लड़की को गांव के ही तीन लड़के पंकज, मनीष और नीशू ने अगवाकर महेन्द्रगढ़ जिले की सीमा से दूर झज्जर जिले की सीमा के खेतों में बने एक कुएं पर ले गए. यहां पहले से कुछ और लोग मौजूद थे, नशे की हालत में सभी ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया. शाम करीब 4 बजे कनीना बस अड्डे पर ही बेसुध हालत में फेंककर वहां से रफूचक्कर हो गए. आरोपी युवकों में से एक युवक ने छात्रा के घर पर फ़ोन कर यह जानकारी भी दी कि उनकी लड़की यहां बेसुध पड़ी हुई है.
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