Farmers Protest: करनाल में किसानों के समर्थन में लग्जरी कार छोड़ ट्रैक्टर पर बैठा दूल्हा और बराती
किसान नेताओं ने विज्ञान भवन में गुरुवार को चली सात घंटे की बैठक में केंद्र सरकार के तीनों मंत्रियों से दोटूक कह दिया कि कृषि कानूनों की वापसी तक आंदोलन जारी रहेगा. सरकार के कई मांगों पर नरम रुख के बावजूद किसान नेताओं ने स्पष्ट कहा है कि उन्हें संशोधन मंजूर नहीं है, बल्कि वे कानूनों का खात्मा चाहते हैं.
करनाल: किसान आंदोलन का असर गुरुवार रात एक शादी पर भी दिखा. हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर पर जुटे किसानों के समर्थन में एक दूल्हा अपनी महंगी लग्जरी कार छोड़कर ट्रैक्टर पर सवार हो गया. दूल्हे के साथ कुछ बाराती भी ट्रैक्टर पर सवार हो गए. हरियाणा के करनाल में किसानों के विरोध को समर्थन देने के लिए दूल्हा अपने विवाह स्थल पर एक ट्रैक्टर की सवारी करता है.
दूल्हे ने कहा, "किसान इस देश की सबसे बड़ी प्राथमिकता हैं. सरकार को किसानों की बात को दिल खोलकर सुनना चाहिए.
Haryana: Groom in Karnal leaves his luxury car behind & rides a tractor to his wedding venue to show support to farmers' protest. “We might be moving to city but our roots are farming. Farmers should be priority. We want to send message that farmers have public support,” he says pic.twitter.com/KUgJkLleAy
— ANI (@ANI) December 4, 2020
किसानों की सरकार को दो टूक- कानून वापसी पर ही खत्म होगा आंदोलन किसान नेताओं ने विज्ञान भवन में गुरुवार को चली सात घंटे की बैठक में केंद्र सरकार के तीनों मंत्रियों से दोटूक कह दिया कि कृषि कानूनों की वापसी तक आंदोलन जारी रहेगा. सरकार के कई मांगों पर नरम रुख के बावजूद किसान नेताओं ने स्पष्ट कहा है कि उन्हें संशोधन मंजूर नहीं है, बल्कि वे कानूनों का खात्मा चाहते हैं. किसान नेताओं ने तीन कृषि कानूनों के अलावा हाल में प्रदूषण पर मोटा जुर्माना और सजा वाले एक्ट को भी हटाने की मांग की है.
पंजाब के क्रांतिकारी किसान यूनियन के नेता डॉ. दर्शनपाल ने विज्ञान भवन में चौथे दौर की हुई बैठक का पूरा हाल बताया. उन्होंने कहा कि सभी किसान नेता पूरी तैयारी के साथ मीटिंग में पहुंचे थे. पहले मंत्रियों ने आधे घंटे में किसान कानूनों के पक्ष में बात रखी. इसके बाद हमने उन्हें एक-एक प्वाइंट के आधार पर बताया कि कैसे तीनों कानून किसान विरोधी हैं.
ये भी पढ़ें- भारत में कोरोना मामले लगातार 5वें दिन 40 हजार से कम आए, अभी 4 लाख संक्रमितों का इलाज जारी
Explainer: आखिर क्यों खत्म नहीं हो रहा है किसान आंदोलन, किस बात को लेकर है नाराजगी, जानिए सबकुछ