चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने रविवार को 14 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद करने की अवधि बढ़ाकर 1 फरवरी शाम पांच बजे तक कर दी. तीनों कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए किसी भी तरह से शांति एवं कानून-व्यवस्था बाधित न हो सके, इसके चलते राज्य सरकार ने ये फैसला लिया.


सरकार ने एक बयान जारी कर अंबाला, कुरूक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, हिसार, जींद, रोहतक, भिवानी, सिरसा, फतेहाबाद, चरखी दादरी, सोनीपत और झज्जर जिलों में एक फरवरी शाम पांच बजे तक मोबाइल इंटरनेट बंद रखने के निर्देश दिए. गृह विभाग की तरफ से जारी नए आदेश में यमुनानगर, पलवल, रेवाड़ी जिलों में इंटरनेट बंद करने की अवधि नहीं बढ़ाई गई है. यहां पहले मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद थीं.


बयान में कहा गया है, ‘‘‘हरियाणा सरकार ने 14 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं (टूजी, थ्रीजी, 4जी, सीडीएमए, जीपीआरएस), एसएमएस सेवाएं (केवल काफी संख्या में भेजे जाने वाले एसएमएस) और सभी डोंगल सेवाएं आदि स्थगित कर दी हैं.’’ मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में 26 जनवरी को हुई हिंसक घटनाओं के बाद यह निर्णय किया गया. अंबाला में सीएम खट्टर ने कहा कि ऐसी स्थिति में अस्थायी समयावधि के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद करना उपयुक्त हैं और चीजें सामान्य होते ही इन्हें बहाल कर दिया जाएगा.


इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों और उनके नेताओं द्वारा जिस तरह का आंदोलन चलाया गया है उसकी ज़रुरत नहीं थी. लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात कहने की स्वतंत्रता होती है. प्रधानमंत्री ने खुद बातचीत की पेशकश की है. मुझे लगता है समाधान निकल जाएगा.


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