गुरुग्रामः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे यानी कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे (केएमपी) का आज उद्घाटन किया. इस एक्स्प्रेसवे के खुलने के साथ ही दिल्ली को बड़ी सौगात मिली है. अब दिल्ली में मालवाहक गाड़ियां शहर के अंदर नहीं घुसेंगी और बहर ही बाहर अपने गन्तव्य की ओर चली जाएगी. गाड़ियों के प्रवेश न होने से दिल्ली को जाम और प्रदूषण से राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. हाईटेक तकनीक से बने इस एक्सप्रेसवे पर कई तरह की सुविधाओं का भी ख्याल रखा गया है.


करीब 135 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस वे पर यात्रियों के लिए सुविधाओं का खासा खयाल रखा गया है. यात्रियों की सहूलियत के लिए हर 20 किलोमीटर पर एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है. सड़क दुर्घटना को रोकने के लिए सरकार ने कई अंडर पास बनाए हैं.


लोगों की गाड़ियों की रफ्तार रुक न जाए इसके लिए चार रेलवे ओवरब्रिज बनाए गए हैं. जबकि 50 से ज्यादा अंडरपास बनाया गया है. सड़क के निर्माण में 6 बड़े पुल बनाए गए हैं. साथ ही पुलिस पेट्रोलिंग के इंतजाम भी किए गए हैं.


आज उद्घाटन होने वाले 83 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे के रास्ते में 72 छोटे पुल, 6 बड़े पुल, 4 रेलवे ओवरब्रिज, 56 अंडरपास बनाया गया है. वहीं दूसरी तरफ, मानेसर से पलवल तक एक्सप्रेसवे की लंबाई 52 किलोमीटर से ज्यादा है और इसमें 32 अंडरपास, 3 इंटरसेक्शन और 4 टोल प्लाजा हैं.


क्या है वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे की खासियत




  • हरियाणा के कुंडली से मानेसर होते हुए पलवल तक जाएगी

  • एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई - 135 किलोमीटर

  • कुंडली से पलवल सिर्फ 90 मिनट में पहुंचेंगे

  • 6 लेन का वेस्टर्न पेरिफेरल एक्स्प्रेसवे

  • रेलवे ओवरब्रिज 4

  • छोटे पुल 72

  • बड़े पुल 6

  • अंडरपास 56

  • लागत 6400 करोड़

  • हर 20 किमी. पर एक एंबुलेंस

  • पुलिस पेट्रोलिंग के इंतजाम


4 नेशनल हाईवे से जु़ड़ा एक्सप्रेसवे




  • दिल्ली- जयपुर रोड

  • पलवल- सोहना रेवाड़ी रोड

  • गुरुग्राम-अलवर रोड और

  • दिल्ली आगरा रोड


इन चार एक्सप्रेसवे के कारण दिल्ली में होता है कम प्रदूषण




  • रिंग रोड

  • आउटर रिंगरोड

  • कुंडली-गाजियाबाद-पलवल एक्सप्रेसवे (ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे)

  • कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे (वेस्टर्न पेरिफेरल एक्स्प्रेसवे)


इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य साल 2006 में शुरू किया गया था लेकिन काम धीरे-धीरे चल रहा था. बाद में जब मोदी सरकार के परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस एक्सप्रेसवे के निर्माण को गंभीरता से लिया और जल्द से जल्द पूरा किया. इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद पलवल से कुंडली जाने में मात्र 90 मिनट लगेंगे जबकि पहले करीब 3 से 4 घंटे तक का समय लगता था.


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