नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के कारण हाहाकार मचा हुआ है. हर रोज कोरोना वायरस के कारण हजारों लोगों की जान जा रही है. इस बीच हरियाणा सरकार ने उन बच्चों की मदद का ऐलान किया है, जिनके माता-पिता की कोरोना के कारण मौत हो चुकी है.


हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, 'मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत, उन बच्चों की वित्तीय मदद सुनिश्चित की जाएगी जिन्होंने अपने माता-पिता/केयरटेकर्स को कोरोना वायरस के कारण खो दिया है. हम ऐसे अनाथों को 18 साल की उम्र तक 2500 रुपये प्रति माह देंगे.' इसके अलावा कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों के लिए केंद्र सरकार भी आगे आ चुकी है. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की तरफ से बताया गया कि ऐसे बच्चों के लिए कई तरह की योजनाएं बनाई गई हैं, जिससे उनका भविष्य बेहतर हो सकेगा.






केंद्र सरकार भी करेगी मदद


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसे बच्चों का सहयोग करने के लिए उपायों पर विचार-विमर्श के संबंध में एक बैठक की. पीएम ने कहा कि पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन योजना के तहत ऐसे बच्चों का सहयोग किया जाएगा. पीएम मोदी ने कहा कि बच्चे देश के भविष्य हैं और उनका समर्थन और उनका संरक्षण करने के लिए सरकार हरसंभव सहयोग करेगी ताकि वे मजबूत नागरिक बन सकें और उनका भविष्य उज्ज्वल हो. 


केंद्र सरकार की ओर से किए गए ऐलान के तहत कोविड-19 के कारण अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों को 23 साल के होने पर पीएम केयर्स फंड से 10 लाख रुपये की राशि मिलेगी. केंद्र सरकार की तरफ से इन बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाएगी. इन बच्चों को हायर एजुकेशन के लिए लोन दिया जाएगा और उसका ब्याज पीएम केयर्स फंड से दिया जाएगा. 


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