Haryana Minister Sandeep Singh: हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला ने दावा किया है कि उसे जान से मारने की धमकी मिल रही है और केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है. महिला एथलेटिक्स कोच ने कहा, "मुझे चुप कराने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं. मैं मौत से नहीं डरती थी और परेशान करने वाली धमकियों के बावजूद हार नहीं मानूंगी. मुझे पैसे की पेशकश भी की जा रही है.''


महिला कोच ने यह भी दावा किया कि सोशल मीडिया पर उसके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा था. उन्होंने कहा, "मुझे पता है कि उन्हें (संदीप सिंह) हटा दिया जाएगा और जेल जाना होगा और मुझे न्याय मिलेगा." उन्होंने मांग की कि मंत्री को पद से हटा दिया जाए ताकि जांच निष्पक्ष हो. महिला कोच का आरोप है कि कुरुक्षेत्र के पिहोवा से बीजेपी विधायक और पुरुष हॉकी टीम के पूर्व कप्तान संदीप सिंह ने पहली बार उन्हें जिम में देखा. उन्होंने दावा किया कि उसके बाद उसने (संदीप सिंह) इंस्टाग्राम पर संपर्क किया और मिलने की जिद करता रहा.


'इंस्टाग्राम पर मंत्री संदीप सिंह ने मिलने का किया था मैसेज' 


महिला एथलेटिक्स कोच ने कहा, "उन्होंने मुझे इंस्टाग्राम पर मैसेज किया और कहा कि मेरा राष्ट्रीय खेल प्रमाणपत्र लंबित है और वह इस संबंध में मिलना चाहते हैं. दुर्भाग्य से, मेरे प्रमाणपत्र को मेरे महासंघ ने खो दिया है और मैं इसे संबंधित अधिकारियों के सामने उठा रही हूं."


महिला ने कहा कि आखिरकार वह संदीप सिंह से मिलने को राजी हो गई लेकिन जब वह कुछ दस्तावेज लेकर वहां गई तो उसने अनुचित तरीके से व्यवहार किया. संदीप सिंह के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है जिनमें धारा 354 (महिला की लज्जा भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल), 354-ए (यौन उत्पीड़न), 354-बी (महिला को निर्वस्त्र करने के इरादे से हमला या आपराधिक बल), 342 (किसी व्यक्ति को गलत तरीके से प्रतिबंधित करना) और 506 (आपराधिक धमकी) शामिल हैं.


बीजेपी सरकार पर संदीप सिंह को बचाने का आरोप


हालांकि, संदीप सिंह ने दावा किया है कि उनकी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने अपने पद से हटने की इच्छा जताई है और मुख्यमंत्री को खेल विभाग सौंपने की पेशकश की है. हालांकि, उन्होंने कैबिनेट से इस्तीफा नहीं दिया है.


महिला ने कहा कि अभी तक राज्य महिला आयोग की ओर से किसी ने भी उनसे संपर्क नहीं किया है. उन्होंने कहा, ''महिला आयोग ने अब तक मिलने की हिम्मत नहीं की है.'' हरियाणा में विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार पर संदीप सिंह को बचाने का आरोप लगाया है. हरियाणा कांग्रेस के प्रवक्ता केवल ढींगरा ने कहा कि इस मुद्दे पर बीजेपी नेताओं और राज्य महिला आयोग ने चुप्पी साध रखी है, इससे संकेत मिलता है कि सरकार आरोपी मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करने से हिचक रही है. ढींगरा ने कहा कि रेप का प्रयास करने वाले आरोपी मंत्री को बचाने की कोशिश कर बीजेपी सरकार 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अभियान का मजाक बना रही है.


'आप' के वरिष्ठ नेता अनुराग ढांडा ने यह कहा


'आप' के वरिष्ठ नेता अनुराग ढांडा ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को लोगों को बताना चाहिए कि आईपीसी की गैर-जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज होने के बावजूद संदीप सिंह को राज्य मंत्रिमंडल से क्यों नहीं हटाया गया. बीजेपी मंत्री को बचाने और लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है. चंडीगढ़ में मामले की जांच कर रही महिला पुलिसकर्मी के पास हरियाणा कैडर है. डीजीपी हरियाणा की ओर से गठित एसआईटी का मकसद भी स्पष्ट नहीं है कि चंडीगढ़ में अपराध कब हुआ था और उसी की जांच चंडीगढ़ पुलिस की ओर से की जा रही थी.


अनुराग ढांडा ने मंत्री को तत्काल हटाने की मांग की. उन्होंने आरोपी मंत्री को विभाग सौंपने के तरीके का भी मजाक उड़ाते हुए कहा कि यह मुख्यमंत्री हैं जो विभागों का आवंटन करते हैं और वापस लेते हैं. ढांडा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मंत्री को हटाने की हिम्मत नहीं की क्योंकि सरकार को केंद्र सरकार की ओर से रिमोट से नियंत्रित किया जा रहा है.


मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने क्या कहा?


आरोपी मंत्री को मंत्रिमंडल से नहीं हटाने के लिए आलोचनाओं का सामना कर रहे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, "जहां तक हमारे खेल मंत्री का संबंध है. एक महिला एथलीट ने उन पर बेतुका आरोप लगाया है. जिसका मतलब यह नहीं है कि वह दोषी हैं. चंडीगढ़ और हरियाणा पुलिस मामले की जांच कर रही है. हम इस आधार पर आगे बढ़ेंगे. संदीप ने खुद को खेल विभाग से दूर कर लिया है, नहीं तो यह गलत संदेश जाता कि जांच पारदर्शी तरीके से नहीं की जा रही है.'' इस बीच, महिला कोच ने मंगलवार को चंडीगढ़ पुलिस के सामने अपना बयान दर्ज कराया और सेक्टर 26 के पुलिस थाने में आठ घंटे से अधिक समय बिताया.


हरियाणा पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं महिला कोच के पिता


महिला ने कहा, "मैं पुलिस के सामने पेश हुई और उन्हें सब कुछ बताया. मुझे मामले को वापस लेने के लिए विदेश यात्रा के अलावा 1 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी. मुख्यमंत्री का बयान भी हतोत्साहित करने वाला है. मैं संदीप सिंह को हटाए जाने तक निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं कर सकती.''


आरोपी मंत्री को नहीं हटाए जाने पर धनखड़ खाप पंचायत के सदस्यों ने बीजेपी सरकार के खिलाफ राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू करने की धमकी दी है. महिला के पिता ने हरियाणा पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं होने की बात कहते हुए सीबीआई जांच की मांग की है.


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