Haryana Budget Session 2023: यौन उत्पीड़न के आरोप झेल रहे हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह के विधानसभा पहुंचने पर विपक्ष ने ऐतराज जताया. बजट सत्र में मंत्री संदीप सिंह शुक्रवार (17 मार्च) को पहली बार विधानसभा में पहुंचे थे. इस पर कांग्रेसी सदस्यों ने हंगामा करते हुए सदन से वॉकआउट कर लिया. वहीं इस पर आरोप लगाने वाली महिला कोच के पिता ने भी विधानसभा में मंत्री की उपस्थिति की निंदा की. उन्होंने जोर देकर कहा, "संदीप सिंह को सरकार का हिस्सा नहीं होना चाहिए."


पीड़िता के पिता ने  न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, "जिस पर गंभीर आरोप हैं, उसे सरकार का हिस्सा नहीं होना चाहिए. उसे हटाने के बजाय उसे पूरी सुरक्षा दी जा रही है. विपक्ष ने मुद्दा उठाया लेकिन मंत्री ने इस्तीफा न देकर अड़ियल स्वभाव का परिचय दिया है." पीड़ित पिता ने आरोप लगाया कि मंत्री संदीप सिंह SIT जांच को भी प्रभावित कर रहे हैं. 


खेल मंत्रालय से दे चुके हैं इस्तीफा


हरियाणा सरकार में प्रिंटिंग एंड स्टेशनरी राज्य मंत्री सरदार संदीप सिंह ने यौन उत्पीड़न मामले की जांच के मद्देनजर बजट के पहले चरण के दौरान एक भी दिन विधानसभा नहीं आए थे. इतना ही नहीं इतने गंभीर आरोप लगने पर उन्होंने खेल मंत्रालय से भी इस्तीफा दे दिया था. शुक्रवार (17 मार्च) को शून्यकाल से पहले कांग्रेस ने संदीप सिंह की सदन में मौजूदगी पर सवाल उठाए थे. हालांकि, विधानसभा में संदीप सिंह को लेकर हुई चर्चा को स्पीकर ने कार्रवाई से बाहर कर दिया.


कांग्रेस ने बीजेपी पर लगाए यह आरोप


सदन के बाहर भी कांग्रेस ने इस मामले में सरकार पर आरोप लगाए कि सरकार संदीप सिंह को बचाने का काम कर रही है. बता दें कि एक जूनियर महिला कोच ने मंत्री संदीप सिंह पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था. पीड़िता ने बकायदा एक प्रेसवार्ता करके मंत्री पर आरोप लगाए थे. उसने आरोप लगाए थे कि मंत्री ने उसे शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान किया है. महिला कोच की शिकायत पर चंडीगढ़ के सेक्टर-26 थाना पुलिस ने संदीप सिंह के खिलाफ 31 दिसंबर को मामला दर्ज किया था. 


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