इस विधायक ने खट्टर सरकार पर किसान विरोधी होने का लगाया आरोप, समर्थन वापस लिया
निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है.
नई दिल्ली: किसान आंदोलन भारतीय जनता पार्टी की सरकार के लिए मुसिबत बनती दिख रही है. हरियाणा में बीजेपी की खट्टर सरकार को भी झटका लगा है. एक निर्दलीय विधायक ने किसानों पर बीजेपी द्वारा अत्याचार करने का आरोप लगाते हुए अपना समर्थन वापस ले लिया.
निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है. चरखी दादरी में मौजूद सोमबीर ने कहा, "किसानों पर किए गए अत्याचारों के मद्देनज़र, मैं मौजूदा सरकार से अपना समर्थन वापस लेता हूं."
सांगवान ने कहा, '' मैंने किसान विरोधी इस सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है. ये सरकार किसानों के साथ हमदर्दी रखने के बजाय उन्हें रोकने के लिए पानी की बौछार, आंसू गैस के गोले जैसे सभी उपायों का इस्तेमाल कर रही है. मैं ऐसी सरकार को अपना समर्थन जारी नहीं रख सकता हूं.''
Haryana: Independent MLA Sombir Sangwan withdraws his support from the Khattar led-Harayana govt "In light of the atrocities committed on the farmers, I hereby withdraw my support to the current govt," he says, while in Charkhi Dadri pic.twitter.com/QhYgvSxRFd
— ANI (@ANI) December 1, 2020
इससे एक दिन पहले केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन करते हुए सांगवान ने हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को लिखे पत्र में सांगवान ने कहा था, ' किसानों के समर्थन में मैंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. पूरे देश की तरह, मेरे विधानसभा क्षेत्र दादरी के किसान भी कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. ऐसे हालात में, उनका पूरा समर्थन करना मेरी प्राथमिकता है और नैतिक कर्तव्य भी है.''
विधायक के समर्थन वापस लेने से एक साल से अधिक समय पहले बनी गठबंधन सरकार को कोई खतरा नहीं है. उसके पास 90 सदस्य विधानसभा में पूर्ण बहुमत है.
फिलहाल, भाजपा के पास 40 विधायक हैं जबकि उसकी सहयोगी JJP के पास 10 विधायक हैं. इसके अलावा विपक्षी कांग्रेस के 31 सदस्य हैं और इंडियन नेशनल लोकदल और हरियाणा लोकहित पार्टी का एक -एक विधायक है.
सात विधायक निर्दलीय हैं जिनमें से ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह चौटाला समेत पांच सत्तारूढ़ गठबंधन का समर्थन कर रहे हैं. इस साल, निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने भी खट्टर सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था. सांगवान ने रविवार को कहा था कि हरियाणा की कई खापों ने फैसला किया है कि वे किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च का समर्थन करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी कूच करेंगे.