हरियाणा: किसान आंदोलन को नांदल खाप ने दिया अपना समर्थन
बुधवार को रोहतक के गांव के बाहर से नांदल खाप के प्रधान डॉ सुरेश नांदल की अगुवाई में नांदल खाप के पदाधिकारियों का दल टिकरी बॉर्डर पर पहुंचा और अपना समर्थन दिया.
रोहतक: तीन कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन सरकार के लिए गले की हड्डी बनता जा रहा है. किसानों के आंदोलन को हरियाणा की खापों ने खुलकर समर्थन किया है. वहीं सांगवान खाप के प्रधान और दादरी से निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है.
बुधवार को रोहतक के गांव के बाहर से नांदल खाप के प्रधान डॉ सुरेश नांदल की अगुवाई में नांदल खाप के पदाधिकारियों का दल टिकरी बॉर्डर पर पहुंचा और अपना समर्थन दिया. नांदल खाप ने किसानों को समर्थन देने की बात कही और तीनों कृषि कानूनों को वापस करने की मांग भी की.
नांदल खाप के प्रधान डॉ सुरेश नांदल ने कहा कि नांदल खाप ने किसानों के आंदोलन को समर्थन देने का फैसला किया है. हरियाणा की खापों ने एक मत से किसानों के समर्थन का फैसला लिया है. हमारी मांग वही है जो किसानों की है. सरकार इन नए कृषि कानूनों को वापस ले. जब तक सरकार किसानों की मांग नहीं मानती है, तब तक हमारा समर्थन किसानों के साथ है.
वहीं, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर के उस बयान पर भी खाप प्रतिनिधियों ने कड़ी आपत्ति जताई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि इस किसान आंदोलन में हरियाणा के किसान भाग नहीं ले रहे हैं. खाप प्रतिनिधि ने कहा कि मुख्यमंत्री झूठ बोल रहे हैं. फिर कैसे दस हजार किसानों पर मामले दर्ज कर दिए गए. वहीं, सांगवान खाप के प्रधान व दादरी के विधायक ने क्यों सर्मथन वापिस ले लिया. आज नांदल खाप के सभी प्रतिनिधि टिकरी बॉर्डर बहादुरगढ़ जा कर किसानों को समर्थन देंगे.
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