Haryana Crime: पत्नी का मर्डर, गिरफ्तारी, रिहाई के बाद फरारी, अब 11 साल बाद अंडमान के आइलैंड से दोबारा गिरफ्तारी. ये कहानी एक ऐसे शख्स की है, जिसे हरियाणा पुलिस ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के एक सुदूर आइलैंड से गिरफ्तार किया है. उसके ऊपर 2007 में अपनी पत्नी की हत्या करने का आरोप है. आरोपी की पहचान एपी सेल्वन (54) के रुप में हुई है. वो 11 साल से फरार चल रहा था.


इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, 2007 में सेल्वन की पत्नी हरियाणा के अंबाला में किराए के घर की छत से लटकी मिली थी. पुलिस ने इस मामले में सेल्वन को गिरफ्तार किया था. बाद में सबूतों की कमी के चलते उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया था.


2012 में कोर्ट ने जारी किया नया गिरफ्तारी वारंट


जब जांच आगे बढ़ी तो पुलिस को पत्नी की हत्या के मामले में सेल्वन की भूमिका को लेकर संदेह हुआ. साल 2012 में जांच अधिकारियों ने अंबाला कोर्ट ने सेल्वन के खिलाफ और मजबूत सबूत पेश किए तो अदालत ने उसके खिलाफ एक नया गिरफ्तारी वारंट जारी किया. सेल्वन तब से फरार चल रहा था.


अंडमान-निकोबार के दूर टापू पर मिली लोकेशन


हरियाणा पुलिस की 11 साल की कोशिश हाल ही रंग लाई जब उसे सेल्वन की लोकेशन के बारे में पता चला. हालांकि, ये आसान नहीं था, क्योंकि उसकी लोकेशन देश की मुख्य भूमि से 1300 किमी समुद्र में स्थित अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के सुदूर टापू पर बसे एक गांव में थी. 


सेल्वन निकोबार जिले के कैंपबेल बे में स्थित विजय नगर गांव में रह रहा था. कैंपबेल बे भारत का सबसे दक्षिणी प्वाइंट है, जो इंदिरा प्वाइंट के लिए मशहूर है. जानकारी मिलने के बाद हरियाणा पुलिस वहां पहुंची और अंडमान-निकोबार पुलिस से संपर्क किया, जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया.


रविवार को आरोपी लाया जाएगा दिल्ली


इंडिया टुडे की रिपोर्ट में अंडमान और निकोबार के डीजीपी देवेश चंद्र श्रीवास्तव के हवाले से बताया कि सेल्वन को कैंपबेल बे से गिरफ्तार कर लिया गया है. हम हरियाणा में अपने समकक्ष से संपर्क में हैं और आगे की जांच जारी है.


23 अगस्त को हरियाणा पुलिस पोर्ट ब्लेयर पहुंची और वहां से कैंपबेल बे गई. वहां पहुंचकर हरियाणा पुलिस ने स्थानीय पुलिस की मदद से एक ज्वाइंट ऑपरेशन के तहत आरोपी को धर दबोचा. 25 अगस्त को आरोपी को पोर्ट ब्लेयर लाया गया. रविवार (27 अगस्त) को उसे दिल्ली और फिर वहां से हरियाणा ले जाया जाएगा.


यह भी पढ़ें


दामाद को माता-पिता को छोड़ 'घर जमाई' बनकर रहने के लिए मजबूर करना क्रूरता, तलाक की याचिका स्वीकार