नई दिल्ली: हरियाणा के करनाल में किसानों पर हुआ लाठी चार्ज को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमला बोल रहा है. सभी पार्टियों ने एक साथ इसका विरोध किया है. शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी किसानों पर लाठीचार्ज की आलोचना की है. इसके साथ ही उन्होंने इसे तालिबानी मानसिकता बताया है.
संजय राउत ने कहा, "किसानों पर हमला देश के लिए शर्मनाक घटना है. यह एक तरीके की तालिबानी मानसिकता है. यह सरकार गरीब किसानों के लिए ऐसा कैसे कह सकती है. सरकार किसानों के 'मन की बात' सुनना ही नहीं चाहती है.''
दरअसल, करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा का एक वीडियो वायरल है जिसमें वह पुलिसकर्मियों से प्रदर्शन कर रहे किसानों का 'सिर फोड़ने' के लिए कह रहे हैं. वीडियो वारयल हो जाने के बाद एसडीएम की भी प्रतिक्रिया सामने आ चुकी है. आयुष सिन्हा ने कहा कि कई जगहों पर पथराव शुरू हो गया था. ब्रीफिंग के दौरान आनुपातिक रूप से बल प्रयोग करने की बात कही गई थी.
हरियाणा के करनाल में 28 अगस्त को बीजेपी ने एक विशेष बैठक आयोजित की गई थी. इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटर व बीजेपी विधायक व मंत्री ओपी धनखड़ पहुंचे थे. किसान इसी बैठक का विरोध कर रहे थे. किसानों ने बसताड़ा टोल प्लाजा पर इक्कठे होकर बैठक के विरोध को लेकर रणनीति बनाई. जिसके बाद टोल प्लाजा पर किसानों पर लाठीचार्ज हुआ और कई किसान घायल हो गए.
Coronavirus: क्या एलर्जी वाले लोगों को टीका लगाया जा सकता है? जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ
Monsoon Diseases: कोरोना काल में खुद को मौसमी बीमारियों से इस तरह बचाएं