Haryana Sonipat Municipal Corporation: नगर निगम के करोड़ों रुपये के गृह कर पर डिफाल्टर कुंडली मारकर बैठे हैं. इनमें सरकारी विभाग से लेकर निजी शिक्षण संस्थान व अन्य संस्थान शामिल हैं. निगम की ओर से बार-बार नोटिस देने के बावजूद टैक्स जमा नहीं कराया जा रहा है. निगम की ओर से 200 डिफाल्टरों पर शिकंजा कसने की तैयारी है. इसके लिए निगम ने 160 डिफाल्टरों को 31 मार्च से पहले गृहकर जमा कराने के लिए नोटिस जारी कर दिए हैं. वहीं गृह कर जमा न करने पर सोनीपत में सरकारी कार्यालय भी शामिल है. अब आयुक्त से मंजूरी मिलने के बाद प्रॉपर्टी सील करने का काम शुरू कर दिया जाएगा.
नगर निगम ने चालू वित्त वर्ष 2021-22 में 25 करोड़ रुपये का गृहकर वसूलने का लक्ष्य निर्धारित कर रखा है. इसके बावजूद अभी तक नगर निगम के खाते में करीब 12 करोड़ रुपये गृहकर जमा हो सका है. नगर निगम की ओर से करोड़ों रुपये गृहकर दबाकर बैठे लोगों को कई बार नोटिस भी जारी किए जा चुके हैं, उसके बावजूद लोग समय पर गृहकर जमा कराने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहे. जिसके कारण नगर निगम को आर्थिक नुकसान हो रहा है. इसको लेकर नगर निगम की ओर से डिफाल्टरों की सूची भी सार्वजनिक कर दी गई है. की समीक्षा के दौरान सामने आई शिक्षण संस्थाओं पर सालों से गृहकर बकाया है. कई संस्थाओं ने तो सालों से टैक्स ही नहीं भरा है. कई बार अधिकारियों के आगाह करने के बावजूद शिक्षण संस्थाओं की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है. ऐसे में नगर निगम की ओर से शिक्षण संस्थानों को सील किया जा सकता है.
160 डिफाल्टरों को नोटिस जारी
गृह कर का समय पर अदायगी न करने पर डिफाल्टरों के भवनों को सील करने व सजा का भी प्रावधान है. डिफाल्टर लोगों के पास निगम का करोड़ों रुपये बकाया है. अब तक 160 डिफाल्टरों को नोटिस जारी कर दिए गए है. 31 मार्च तक जिन लोगों ने बकाया गृहकर नहीं चुकाया है, अब उन लोगों से ब्याज के साथ बगैर के छूट के गृह कर वसूला जाएगा. इसके साथ ही उनकी प्रॉपर्टी को सील भी कर दिया जाएगा. नगर निगम का 100 करोड़ से ज्यादा का टैक्स बकाया है और इसी के तहत कार्रवाई अमल में लाई जा रही हैं सरकारी कार्यालय में सबसे ज्यादा पुलिस विभाग पर टैक्स बकाया है.
इन पर है इतना टैक्स बकाया
- अनंतराज लिमिटेड पर 13.80 करोड़ रुपये बकाया
- पुलिस लाइन पर 10 करोड़ रुपये बकाया
- लघु सचिवालय पर 27.18 लाख रुपये गृहकर बकाया
- कोर्ट कैंपस पर 1.67 करोड़ बकाया
- एटलस साइकिल लिमिटेड पर 61.79 लाख
- पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पर 46.20 लाख रुपये बकाया
- दीवान होटल पर 45.76 लाख बकाया
- पीडब्ल्यूडी कार्यालय पर 44.56 लाख रुपये बकाया
- तीर्थ मार्केट पर 34.82 लाख रुपये बकाया
- हेक एग्रो सेंटर मुरथल में 32.45 लाख रुपये बकाया
- हुडा कांप्लेक्स पर 30.97 लाख रुपये बकाया
- हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज कार्पोरेशन पर 28.96 लाख बकाया
- पंचायत भवन पर 26.48 लाख बकाया
- साई सेंटर पर 24 लाख रुपये बकाया
- सहकारी चीनी मिल पर 22.39 लाख रुपये बकाया
- हरियाणा रंग उद्योग पर 17.62 लाख रुपये बकाया
- सब्जी मंडी पर 16.96 लाख रुपये बकाया
- जिला सैनिक बोर्ड कार्यालय पर 11.61 लाख रुपये बकाया
- रेड क्रॉस सोसायटी पर 11.06 लाख रुपये बकाया
- टीडीआई पर 10.43 लाख रुपये बकाया
- सुभाष स्टेडियम में 10.14 लाख रुपये बकाया
- हैबिटेट क्लब पर 6.56 लाख बकाया
- पार्श्वनाथ सिटी पर 6.03 लाख रुपये बकाया
- होटल बलूम पर 5.81 लाख बकाया
- जनता अस्पताल पर 5.30 लाख रुपये बकाया
- भारती विद्यापीठ एजुकेशनल पर 5.04 लाख बकाया
- बतरा ऑयल कंपनी पर 4.77 लाख रुपये गृहकर बकाया
धर्मवती स्कूल में 80.50 लाख रुपये, मांगेराम एजुकेशनल पर 46.59 लाख रुपये, शंभु दयाल स्कूल में 34.85 लाख रुपये, मेथोडिस्ट स्कूल पर 28.51 लाख, राई स्पोर्ट्स स्कूल पर 30.50 लाख रुपये, साई एजुकेशन सोसायटी पर 27.93 लाख, एमआर एजुकेशनल ट्रस्ट पर 27.93 लाख, शंभु दयाल हाई स्कूल पर 18.29 लाख रुपये, नेशनल लॉ विवि पर 12.61 लाख, मानव रचना विवि पर 12.61 लाख, मुरथल विवि पर 11.43 लाख रुपये, आईआईटी कैंपस पर 10.20 लाख रुपये, गुरु नानक एजुकेशन ट्रस्ट पर 7.31 लाख रुपये के अलावा अन्य शिक्षण संस्थान भी शामिल है. निगम अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि टैक्स जमा न करने पर शिक्षण संस्थानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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