गुरुग्रामः कोरोना वैक्सीनेशन शुरू होने के करीब दो महीने बाद कोविन एप पर एक बड़ी खामी सामने आई है. गड़बड़ी के कारण कई लोगों को वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट मिलने में देरी हो रही है. जबकि, कई लोगों के सर्टिफिकेट में डोज़ का नाम गलत है. एप में गड़बड़ी होने के कारण लोगों को काफी दिक्कतें महसूस हो रही है और असमंजस की स्थिति बन गई है. गड़बड़ी यहा है कि कई लोगों ने कोविशिल्ड का डोज लिया था लेकिन उन्हें मैसेज कोवैक्सीन का प्राप्त हुआ. इस तरह के मैसेज आने के बाद कोरोना का टीका लेने वालों में संसय की स्थिति बन गई है.


अंग्रेजी वेबसाइट टीओआई के मुताबिक हरियाणा के पलवल जिले के एक व्यक्ति ने कोरोना का टीका कोविशिल्ड लगवाया. मैसेज में उन्हें कोवैक्सीन का प्रमाणपत्र मिला. जिसके बाद वह चौंक गए. कोविशिल्ड का वैक्सीन लगवाने वाले 70 वर्षीय व्यक्ति का पूरा परिवार इस मामले को लेकर चिंतित है.


पलवल की घटना


टीओआई के मुताबिक कोरोना का वैक्सीन लेने वाले व्यक्ति के बेटे ने बताया कि उनके माता-पिता ने 12 मार्च को पलवल सिविल हॉस्पिटल में कोरोना का टीका दिया गया था. उन्होंने बताया कि मेरी मां को मिले सर्टिफिकेट में साफ लिखा गया है कि कोवैक्सीन का टीका लगा जबकि पिता को कोवैक्सीन का टीका लगने के बाद गलत डोज का प्रमाण पत्र दिया गया. अब मैं दूसरे डोज को लेकर सशंकित हूं.


गुरुग्राम की घटना


गुरुग्राम के रहने वाले तरुण जैन कहते हैं कि चार मार्च को मैं अपनी मां को लेकर सेक्टर 10 के सनराइज हॉस्पिटल गया. वहां टीका लगवाया लेकिन जब टीकाकरण के बाद प्रमाणपत्र डाउनलोड किया तो उसमें सब अलग था. वैक्सीन के साथ-साथ हॉस्पिटल का नाम भी गलत था. प्रमाण पत्र में हॉस्पिटल का नाम पश्चिमी दिल्ली अंकित था.


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