Dussehra 2022: हरियाणा के यमुनानगर के दशहरा ग्राउंड में बुधवार रात एक बड़ा हादसा टल गया. दरअसल दशहरा उत्सव के दौरान रावण का पुतला उस समय लोगों पर गिर गया जब उसे जलाया जा रहा था, जिससे कि मैदान में भगदड़ मच गई. जिसके तुरंत बाद पुलिस ने इस स्थिति को संभालकर ग्राउंड को खाली करवा लिया है. यमुनानगर पुलिस का कहना कि मौके पर मौजूद पुलिस अफसरों ने उन लोगों को रोक लिया था जो कि जलते पुतले के पास जाने की कोशिश कर रहे थे. ऐसे में गनीमत रही कि जान का नुकसान नहीं हूआ है. 



पुलिस ने घायल होने की बाद से किया इनकार


इस मामले में यमुनानगर शहर थाना प्रभारी कमलजीत ने बताया कि रावण के जले हुए पुतले की लकड़ी उठाने के लिए कुछ लोग अंदर भागने लगे थे. इसी दौरान रावण के पुतले का ढांचा गिरा, लेकिन ढांचा गिरने से किसी भी व्यक्ति को  चोट नहीं आई है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में घायलों को लेकर अलग-अलग दावे किए गए हैं, लेकिन कोई भी हादसे में घायल नहीं हुआ है. बता दें कि दशहरा ग्राउंड में 80 फुट के रावण और 60 -60 फुट के मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया गया था. पुतला दहन देखने के लिए आए लोगों की भीड़ अधिक थी.


क्यों मची अफरातफरी


हादसा क्यों और कैसे हुआ इसकी जांच पुलिस कर रही है, लेकिन अभी तक के सबूतों के आधार पर कहा जा सकता है कि यह व्यवस्था में कमी की वजह से हुआ है. हालांकि पुलिस इन सब आरोपों से किनारा कर रही है. पुलिस का कहना है कि दशहरे पर लगने वाले मेले में बड़ी संख्या में लोगों के आने का अनुमान था. हमने भीड़ के हिसाब से तैयारी कर रखी थी. रात को जब पुतलाें का दहन शुरू हुआ तो हर कोई उसे देख रहा था. फिर अचानक कुछ लोग जले हुए रावण के पुतले को देखकर उससे निकलने वाली लकड़ी के लिए आगे तेजी से बढ़े, इसी दौरान पुतला आगे की तरफ से नीचे गिर गया.