मुंबई: मास्क (Mask) के उपयोग को लेकर महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) के ताजा दिशानिर्देश पर भ्रम की स्थिति के बीच स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (Rajesh Tope) ने शनिवार को कहा कि यह सिर्फ एक अपील है और राज्य में मास्क पहनना अनिवार्य नहीं किया गया है. महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से कोविड-19 (Covid-19) के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है.
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को जिला एवं नगर निकाय अधिकारियों को एक पत्र लिखकर कोविड-19 की जांच बढ़ाने के अलावा लोगों को ट्रेनों, बसों, सिनेमाघरों, सभागारों, कार्यालयों, अस्पतालों, कॉलेजों और स्कूलों जैसे स्थानों में मास्क पहनने की सलाह देने को कहा है. स्वास्थ्य विभाग के इस कदम के बाद से ही मास्क पहनने से जुड़े दिशानिर्देश को लेकर राज्य में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई. गौरतलब है कि अप्रैल में, राज्य में मास्क पहनने की अनिवार्यता हटा दी गई थी.
'यह असल में लोगों से मास्क पहनने की एक अपील है'
राजेश टोपे ने पुणे में कहा, “हालांकि स्वास्थ्य विभाग के पत्र में कहा गया है कि मास्क का उपयोग जरूरी है, यह असल में लोगों से मास्क पहनने की एक अपील है. मास्क नहीं पहनने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी.” उन्होंने कहा कि ट्रेनों, बसों, स्कूलों और कॉलेजों जैसे स्थानों पर लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी जाती है. लोगों से अपेक्षा की जाती है कि वे ऐसी जगहों पर मास्क पहनें.
'कुछ हिस्सों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि हुई'
महाराष्ट्र (Maharashtra) के स्वास्थ्य मंत्री (Health Minister) ने कहा कि मुंबई (Mumbai), पुणे (Pune), पालघर, ठाणे और रायगढ़ जिले के कुछ हिस्सों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि हुई है. टोपे ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी कुछ दिन पहले महाराष्ट्र को कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के संबंध में एक परामर्श भेजा था.
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