नई दिल्ली: इन दिनों सोशल मीडिया पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के नाम से एक सर्कुलर दिखाई दे रही है जिसमें लिखा है कि WHO ने भारत में लॉकडाउन के लिए प्रोटोकॉल या प्रक्रिया निर्धारित की है.


WHO के नाम से फैलाए जा रहे इस मैसेज में लिखा है कि WHO ने भारत में सबसे खतरनाक कोरोना वायरस को रोकने के लिए लॉकडाउन में प्रोटोकॉल या प्रक्रिया निर्धारित की है. साथ ही 21 दिनों के लॉकडाउन के बाद फिर लॉकडाउन लगेगा यह भी इस सर्कुलर में बताया गया है.



अब इस सर्कुलर पर WHO की सफाई आई है कि यह फेक है और विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया गया है. WHO ने भी स्पष्ट किया है कि ऐसा कोई सर्कुलर जारी नहीं किया गया है. सोशल मीडिया पर लॉकडाउन के लिए WHO प्रोटोकॉल के रूप में प्रसारित किए जा रहे संदेश आधारहीन और नकली हैं. डब्ल्यूएचओ के पास लॉकडाउन के लिए कोई प्रोटोकॉल नहीं है.





क्या लिखा है फेक सर्कुलर में


इस सर्कुलर में बताया गया कि भारत आगे किस तरह से लॉकडाउन का पालन करेगा. बताया गया है 15 अप्रैल से 19 अप्रैल के बीच छूट मिलेगी. 20 अप्रैल से 18 मई तक फिर लॉडाउन होगा. यदि कोरोनवायरस की दर शून्य हो जाती है तो लॉकडाउन वापस ले लिया जाएगा. हालांकि अब WHO ने स्पष्ट कर दिया है कि यह निराधार है और इस सर्कुलर में कोई सच्चाई नहीं है.