PM Modi Speech: संसद में मणिपुर को लेकर चल रहे विवाद के बीच सत्र के आखिरी तीन दिनों में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हुई. इस दौरान पक्ष से लेकर विपक्ष तक तमाम नेताओं ने एक दूसरे पर आरोप लगाए और जमकर हंगामा हुआ. इसी बीच प्रस्ताव पर चर्चा के तीसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया, उन्होंने करीब दो घंटे से ज्यादा के अपने भाषण में तमाम मुद्दों का जिक्र करते हुए विपक्ष को घेरा. इसे लेकर अब एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कई सवाल उठाए हैं. ओवैसी ने कहा है कि उन्होंने संसद में 11 सवाल उठाए, जिनमें से एक का भी जवाब नहीं मिला. 


ओवैसी ने ट्विटर पर एक अखबार की कटिंग शेयर करते हुए लिखा, "मैंने 11 सवाल उठाए, उनमें से पीएम नरेंद्र मोदी की तरफ से एक का एक भी जवाब नहीं मिला. मुसलमानों के खिलाफ हेट क्राइम की निंदा करने से उनका इनकार हमें वो सब कुछ बताता है जो हमें जानना चाहिए. चीन पर एक शब्द भी नहीं कहा, क्या ऐसा इसलिए है क्योंकि वो अपने पुराने दोस्त शी जिनपिंग से दोबारा मिलने की योजना बना रहे हैं?"


क्या थे ओवैसी के 11 प्वाइंट?
असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में अपने भाषण के दौरान कहा, हालिया दिनों में हमारे मुल्क में ट्रेन में एक वर्दीपोश दहशतगर्द ने अपने सीनियर मीणा साहब का कत्ल करने के बाद ट्रेन के कंपार्टमेंट में जा-जाकर नाम पूछकर, चेहरे पर दाढ़ी देखकर उनको कत्ल कर दिया... उसके बाद उसने कहा कि इस देश में रहना है तो मोदी को वोट देना होगा. मैं हुकूमत से जानना चाहूंगा कि ये कट्टरपंथ की बेहतरीन मिसाल नहीं है? अगर है तो सरकार इस पर क्या करेगी. 


ओवैसी ने अपने दूसरे प्वाइंट में आगे कहा, कहां गया इस हुकूमत का जमीर... जब नूंह में 750 इमारतों को गिरा दिया गया, इसलिए क्योंकि वो मुसलमान थे. वो पूरे के पूरे लीगल थे, इसीलिए पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने कहा कि ये जातीय संहार की कोशिश है. 


तीसरे प्वाइंट में ओवैसी ने मणिपुर का जिक्र किया और कहा, कल बड़ा लंबा जवाब गृहमंत्री ने दिया. असम राइफल्स के खिलाफ केस दर्ज हो जाता है, क्या हो रहा है वहां पर... कहां गया आपका जमीर जब वहां की महिलाओं की असमत लूटी जा रही है. आप मुख्यमंत्री को नहीं हटाना चाहते हैं क्योंकि वो कॉपरेट कर रहा है. हरियाणा और मणिपुर के मुख्यमंत्रियों के लिए किसी शायर ने अच्छा कहा था- कुर्सी है तुम्हारा ये जनाजा तो नहीं, अगर कुछ कर नहीं सकते तो उतर क्यों नहीं जाते...


ओवैसी का चौथा प्वाइंट हिजाब को लेकर था. उन्होंने कहा कि हिजाब को एक मसला बना दिया गया और मुस्लिम बच्चों को तालीम से महरूम कर दिया गया. कहां गया आपका जमीर? मैं ये पूछना चाहता हूं कि बिलकिस बानो इस देश की बेटी है या नहीं, जिस बिलकिस बानो का 11 लोगों ने रेप किया, उसकी बेटी और मां का कत्ल कर दिया. उसके दोषियों को आपने रिहा कर दिया. 


ओवैसी ने पांचवे प्वाइंट में चीन का जिक्र किया. उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने 2013 में जब वो पीएम नहीं थे तो कहा था कि समस्या बॉर्डर पर नहीं दिल्ली में हैं, अगर हम अपनी जमीन पर हैं तो डिसएंगेजमेंट क्यों हो रहा है. क्या आज चीन हमारी जमीन पर नहीं बैठा है? प्रधानमंत्री ने शी जिनपिंग को बुलाकर झूला झुलाया था, उसका क्या नतीजा निकला? इसीलिए चीन को उखाड़कर फेंकिए...


इसके बाद ओवैसी ने देश में बढ़ती महंगाई, एनीमिया, कुलभूषण जाधव की रिहाई, कतर में नेवी अधिकारियों की जेल से रिहाई, प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट, यूनिफॉर्म सिविल कोड, माइनॉरिटी वेलफेयर का बजट कम करना, पसमांदा मुस्लिम और गोरक्षक मोनू मानेसर तक का जिक्र किया. 



ये भी पढ़ें- No Confidence Motion: अधीर रंजन चौधरी ने पीएम मोदी पर दिया बयान तो अमित शाह ने जताई कड़ी आपत्ति, 'या तो आप कंट्रोल कीजिए या फिर...'