Hathras Case Live Updates: हाथरस केस को लेकर अब हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. हाथरस में गैंगरेप की शिकार युवती जिसके शव को रातोंरात जला दिया गया और जब एबीपी न्यूज ने उस पीड़िता के परिवार से मिलने की कोशिश की तो रोक दिया गया. एबीपी न्यूज के कैमरा को जबरन बंद कर दिया गया औप एबीपी न्यूज की पत्रकार प्रतिमा मिश्रा को खेतों से आने के कारण चोर कहा गया.
जबरन पुलिस की गाड़ी से पीड़ित के घर से दूर भिजवाया गया
एबीपी न्यूज की पत्रकार प्रतिमा मिश्रा को चोर कहा गया और कहा गया कि आप चोरी से आई हैं. कैमरामैन मनोज अधिकारी के साथ धक्कामुक्की हुई और कैमरा को जबरदस्ती बंद कर दिया गया. प्रतिमा मिश्रा को जबरन पुलिस की गाड़ी में बैठाकर ले जाया गया और उनका फोन ले लिया गया.
रिपोर्टर ने ढूंढा रास्ता पर घर की किलेबंदी के चलते पहुंच नहीं पाई
2 दिन से मीडियाकर्मियों का जमावड़ा हाथरस में पीड़ित परिवार के घर जाने के लिए मुख्य रास्ते पर बना हुआ था लेकिन एबीपी न्यूज़ की रिपोर्टर प्रतिमा मिश्रा ने किसी तरह खेतों के रास्ते पीड़ित परिवार के पास जाने का रास्ता निकाल लिया लेकिन घर से सिर्फ कुछ मीटर की दूरी पर उन्हें पुलिस के अमले ने रोक लिया और उन्हें तथा कैमरामैन के साथ बदसलूकी की गई. साफ तौर पर हाथरस कांड पर सच दबाने की कोशिश यूपी प्रशासन द्वारा की जा रही है.
किस अधिकारी का आदेश है नहीं बताया गया
उत्तर प्रदेश पुलिस के तमाम पुलिसवालों ने एबीपी रिपोर्टर और कैमरामैन को पूरी तरह डराया-धमकाया और बार-बार पूछने पर भी नहीं बताया कि कौन से अधिकारी का आदेश है कि मीडिया को पीड़ित परिवार से मिलने न दिया जाए. जब हर तरह की कोशिश करने के बावजूद रिपोर्टर प्रतिमा मिश्रा को अंदर नहीं जाने दिया गया तो वो पुलिसवालों के बीच ही धरने पर बैठ गईं.
क्या-क्या हुआ सिलसिलेवार जानिए
आज जब एबीपी न्यूज की पत्रकार प्रतिमा मिश्रा और कैमरामैन मनोज अधिकारी हाथरस कांड की पीड़िता के घर जाने के लिए खेतों के रास्ते निकले तो उन्हें बीच रास्ते में रोका गया और कहा गया कि एबीपी न्यूज की पत्रकार और कैमरामैन मनोज चोर रास्ते से आए हैं. इसके बाद रिपोर्टर प्रतिमा मिश्रा को पुरुष पुलिसवालों और महिला पुलिसकर्मियों ने रोका और जबरन गाड़ी में बैठाने की कोशिश की. इस पर भी एबीपी न्यूज की पत्रकार डरी नहीं और अपने हठ पर कायम रही. इसके बाद पुलिसवालों ने उनके और कैमरामैन के साथ धक्कामुक्की की और लाइव फीड को बंद करा दिया. इसके बाद प्रतिमा मिश्रा का फोन भी कुछ समय के लिए ले लिया गया. थोड़ी ही देर बाद गाड़ी में जबरन बैठाकर पीड़ित परिवार के घर से दूर ले जाकर उतार दिया गया. उन्हें मेन रास्ते पर लाया गया लेकिन वहां पहले से ही से ही बैरोकेडिंग लगा रखी थी और कई मीडियाकर्मियों के साथ एबीपी न्यूज़ को भी वहीं रोका गया था.
एबीपी न्यूज की पत्रकार प्रतिमा मिश्रा ने फिर भी हिम्मत नहीं हारी और दूसरे रास्ते से जाने की कोशिश की लेकिन उस समय एबीपी न्यूज का कैमरा बंद कर दिया गया. प्रतिमा ने कई बार मांग की तो अधिकारियों के साथ वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी आ गए. इसके बाद प्रतिमा मिश्रा वहीं धरने पर बैठ गई लेकिन उसके बाद उन्हें वहां से भी उठाने की कोशिश की गई. लेकिन न तो प्रतिमा मिश्रा न डरी और न ही घबराईं. उन्होंने साफ किया कि जब तक उन्हें पीड़िता से मिलने नहीं दिया जाएगा वो वहां से नहीं उठेंगी.